'उदयपुर फाइल्स' पर रोक के खिलाफ कन्हैयालाल की पत्नी ने PM मोदी को लिखा पत्र, लगाई न्याय की गुहार

जशोदा साहू ने अपने पत्र में भावुक अपील करते हुए लिखा है कि मेरे पति की हत्या को तीन साल हो चुके हैं. इस पर एक फिल्म बनाई गई है, तो इसमें क्या गलत है? अगर यह फिल्म देशवासियों को जागरूक करती है, तो इसमें कोई आपत्ति क्यों? मुझे आज तक न्याय नहीं मिला है.

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'उदयपुर फाइल्स' की रिलीज पर हाईकोर्ट ने रोक लगाई है (Photo: Instagram/ @amitjani_ind) 'उदयपुर फाइल्स' की रिलीज पर हाईकोर्ट ने रोक लगाई है (Photo: Instagram/ @amitjani_ind)

aajtak.in

  • उदयपुर ,
  • 12 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 10:11 PM IST

उदयपुर में तीन साल पहले दर्ज़ी कन्हैयालाल की निर्ममता से हत्या कर दी गई थी. अब कन्हैयालाल की पत्नी जशोदा साहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' की रिलीज़ में सहयोग की अपील की है. यह फिल्म कन्हैयालाल की हत्या पर आधारित है, जिसकी रिलीज़ पर दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है.

समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक जशोदा साहू ने अपने पत्र में भावुक अपील करते हुए लिखा है कि मेरे पति की हत्या को तीन साल हो चुके हैं. इस पर एक फिल्म बनाई गई है, तो इसमें क्या गलत है? अगर यह फिल्म देशवासियों को जागरूक करती है, तो इसमें कोई आपत्ति क्यों? मुझे आज तक न्याय नहीं मिला है. मैं प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहती हूं और आग्रह करती हूं कि फिल्म को जल्द से जल्द रिलीज़ किया जाए. मैं सिर्फ न्याय चाहती हूं.

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वहीं, कन्हैया लाल के बेटे तरुण साहू ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है. उसमें हमने बताया है कि हमारे पिता पर बनी फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है. इसमें किसी धर्म या समुदाय को ठेस नहीं पहुंचाई गई है. हम चाहते हैं कि यह फिल्म जल्द रिलीज़ हो और हम पीएम मोदी से मिलकर उन्हें यह बताना चाहते हैं कि इन तीन वर्षों में हमारे साथ क्या-क्या हुआ है. आज तक आरोपियों को सजा नहीं मिली है...हम न्याय चाहते हैं.

बता दें कि 2022 में उदयपुर में एक विवादित पोस्ट को लेकर टेलर कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर दो कट्टरपंथियों ने हत्या कर दी थी. अब इस पर आधारित फिल्म उदयपुर फाइल्स को लेकर बहस एक बार फिर गरमा गई है, जहां पीड़ित परिवार इसे अपनी आवाज़ मान रहा है और चाहता है कि देश इस दर्द को देखे और समझे, वहीं अदालत में इसकी रिलीज़ पर आपत्ति जताई गई है.

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