जयपुर देश का सबसे बड़ा जेम्स यानी रंगीन रत्नों का केंद्र है. यहां से हर साल करीब 17,500 करोड़ रुपये के रत्नों का निर्यात होता है. इसमें से अकेले 6 से 7 हजार करोड़ का व्यापार अमेरिका के साथ होता है. लेकिन अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति से जयपुर के रत्न कारोबार में संकट गहराता जा रहा है. पहले ही 25 फीसदी टैरिफ से जूझ रहे कारोबारी अब 50 फीसदी टैरिफ के बोझ तले दब गए हैं.
व्यापारियों का कहना है कि अमेरिका में पहले कम टैरिफ और भारत के सस्ते लेबर की वजह से उन्हें फायदा होता था. लेकिन अब चीन, थाईलैंड और हांगकांग जैसे कम टैरिफ वाले देशों से मुकाबला मुश्किल होता जा रहा है.
50 फीसदी टैरिफ का असर रत्नों के कारोबार पर
राजस्थान जेम्स एंड ज्वैलरी एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष संजय काला का कहना है कि इस बिजनेस में मार्जन सिर्फ 6 से 10 फीसदी होता है. ऐसे में ज्यादा टैरिफ झेलना संभव नहीं है. अगर सरकार ने कोई राहत पैकेज नहीं दिया तो अमेरिका को एक्सपोर्ट करना बंद करना पड़ेगा.
रत्नों के कारोबार में 6 से 10 फीसदी का मार्जन
हर महीने करीब 600 करोड़ रुपये की जेम्स ज्वैलरी अमेरिका भेजी जाती है. इस कारोबार से राज्य में लगभग दो लाख लोग जुड़े हुए हैं. कारोबार प्रभावित हुआ तो बेरोजगारी भी बढ़ेगी. हालांकि व्यापारियों को उम्मीद है कि सरकार कोई बीच का रास्ता निकालेगी.
शरत कुमार