राजस्थान में एक स्कूल पर बुलडोजर एक्शन लिया गया है. सांगोद विधानसभा क्षेत्र के विधायक और मंत्री हीरालाल नागर ने कोटा ज़िले के आमली झाड़ गांव में एक स्कूल बिल्डिंग का कुछ हिस्सा और तालाब की दीवार तोड़ने का आदेश दिया, क्योंकि इनका काम बहुत घटिया क्वालिटी में हुआ था.
मंत्री खुद शुक्रवार को मौके पर पहुंचे और पूरी तोड़फोड़ की कार्रवाई की देखरेख की. अधिकारियों के मुताबिक, यह कदम घटिया निर्माण कार्य की वजह से लिया गया.
मीडिया से बात करते हुए मंत्री नागर ने भ्रष्टाचार की बात स्वीकार की और कहा कि ज़िम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी.
उन्होंने बताया कि जब उन्होंने नई स्कूल बिल्डिंग देखी, तो उन्हें बहुत खराब मटेरियल दिखा. उन्होंने बताया कि उन्हें फर्श के नीचे सिर्फ मलबा भरा हुआ था और छत बनाने में कमज़ोर लोहे की सरिए इस्तेमाल किए गए थे.
नागर ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ पॉलिसी पर चल रही है और इस मामले में ठेकेदारों और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी.
गांव वालों ने पहले ही शिकायत की थी कि स्कूल में घटिया सामग्री इस्तेमाल हो रही है. जांच के बाद अधिकारियों ने कहा कि स्कूल की छत गिरा दी जानी चाहिए, लेकिन जब मंत्री गुरुवार को गांव पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि बिना छत तोड़े आगे का काम जारी है.
फिर शुक्रवार सुबह नागर ने खुद मौके पर पहुंचकर तोड़फोड़ शुरू करवाई और सैंपल भी इकट्ठे करवाए. उन्होंने यही नहीं, तालाब की बाउंड्री वॉल भी गिराने का आदेश दिया क्योंकि वहां भी खराब निर्माण हुआ था. यह स्कूल दो मंज़िला है, इसमें 30 कमरे हैं और इसकी लागत करीब 3.91 करोड़ रुपये तय की गई थी.
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