राजस्थान (Rajasthan) के करौली जिले (Karoli) से निकलने वाली चंबल नदी में मौजूद मगरमच्छ ने बीते चौबीस पहले एक ग्रामीण हमला कर दिया और उसे नदी में खींच कर ले गया था. घटना के बाद से गांव में हंगामा मच गया था. अब वह मगरमच्छ बार-बार लोगों को नजर आ रहा है और मुंह में ग्रामीण का शव दबाए हुए हैं. सिविल डिफेंस की टीम मगरमच्छ की तलाश कर रही है. स्थानीय विधायक ने भी गांव में पहुंचे थे.
दरअसल, जिले से 60 किलोमीटर दूर करणपुर थाना क्षेत्र के डगरिया गांव निवासी पशुपालक सरवन महावर (50) पुत्र मनकू महावर शुक्रवार सुबह भेड़-बकरियों को चराने के लिए चंबल किनारे खांचे घाट पर ले गया था. उसके साथ गांव के अन्य पशुपालक भी मौजूद थे.
खाना खाने की तैयारी करने से पहले वह घाट पर जानकर हाथ-मुंह धोने के लिए पहुंचा. इसी दौरान उस पर घात लगाए मगरमच्छ ने हमला कर दिया और अपने जबड़े में फंसा लिया. सरवन चिल्लाया, आस-पास मौजूद लोग उसकी मदद के लिए दौड़े, लेकिन जब तक वह लोग कुछ कर पाते मगरमच्छ सरवन को पानी में खींच ले गया.
सरवन के शव को मुंह में दबाए नजर आया मगरमच्छ
तत्काल घटना की जानकारी करणपुर थाना पुलिस को दी गई. सरवन के परिजनों और गांव के अन्य लोग भी घटना की जानकरी पाकर घाट पर पहुंचे. देखा तो सरवन घर से जो खाना लाया था वह किनारे पर ही पड़ा हुआ था. उसकी लाठी और अन्य सामान भी वहीं पर पड़ा था.
घटना की जानकारी पाकर करणपुर थाना अधिकारी लाल मीना पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. उनके अलावा सैकड़ों गांव वाले, स्थानीय सरपंच, ग्राम सचिव भी पहुंचे. कुछ देर बाद सभी को मगरमच्छ जबड़े में सरवन का शव दबाए नजर आया.
कुछ देर तक दिखाई देने के बाद मगरमच्छ पानी में गायब हो गया. इसके बाद प्रशासन को घटना की जानकारी दी गई. सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची. वहीं, स्थानीय विधायक भी घाट पर पहुंचे.
24 घंटे बीते, मिले शरीर के टुकड़े
24 घंटे बीत जाने के बाद भी सिविल डिफेंस की टीम खाली हाथ है. हालांकि, उन लोगों को मानव शरीर के कुछ अंग जरूर मिले हैं. टीम का कहना है कि मगरमच्छ को पकड़ने की कवायद जारी है, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ सका है. इधर, पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. बताया गया कि सरवन के तीन बच्चे हैं. वह पशु-पालन करके अपने परिवार का भरण-पोषण किया गया था.
गोपाल लाल माली