'...यहां से डेड बॉडी नहीं जाएगी', घंटों तक बीच रास्ते में रुकी रही बुजुर्ग महिला की शव यात्रा, फिर...

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के देवनगर गांव में एक वृद्ध महिला की शव यात्रा रास्ते के विवाद के कारण बीच में रुक गई. कुछ ग्रामीणों ने निजी जमीन बताकर शव यात्रा का रास्ता रोक दिया. प्रशासन और पुलिस के हस्तक्षेप से समझाइश के बाद रास्ता खुलवाया गया और अंतिम संस्कार संपन्न हुआ.

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घंटों तक रास्ते में रुकी रही बुजुर्ग महिला की शव यात्रा (Photo: ITG) घंटों तक रास्ते में रुकी रही बुजुर्ग महिला की शव यात्रा (Photo: ITG)

प्रमोद तिवारी

  • भीलवाड़ा,
  • 14 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 12:16 PM IST

राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के आसींद थाना क्षेत्र के देवनगर गांव में एक शव को अपने अंतिम संस्कार के लिए भी लंबा इंतजार करना पड़ा क्युकी शमशान तक जाने के के रास्ते को लेकर विवाद हो गया. गांव के ही कुछ लोगों ने अंतिम संस्कार के लिए जा रही एक वृद्ध महिला की अंतिम यात्रा को बीच रास्ते में रोक दिया. सूचना मिलते ही आसींद तहसीलदार जय सिंह और थानाधिकारी हंसपाल सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश कर वृद्धा की शव यात्रा को मोक्षधाम तक पहुंचाया. इसके बाद ग्रामीणों और परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया.

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आसींद क्षेत्र के देवनगर गांव निवासी 80 वर्षीय जम्मी देवी मेघवंशी का सोमवार को निधन हो गया था. जम्मी देवी के निधन के बाद परिजन और गांव वाले अंतिम संस्कार के लिए मोक्षधाम शव यात्रा लेकर जा रहे थे तभी गांव के ही कुछ लोगों ने दावा करते हुए अपनी निजी जमीन से मोक्षधाम की ओर रास्ता जाने का कारण बताते हुए शव यात्रा को बीच रास्ते में रोक दिया. वहीं अंतिम यात्रा में शामिल ग्रामीणों का कहना था कि वर्षों से यह रास्ता मोक्ष धाम की ओर जा रहा है और यह सार्वजनिक रास्ता है.

 ग्रामीण और जमीन के मालिक अपना-अपना दावा जताते रहे और शव यात्रा बीच रास्ते में रुकी रही. ऐसे में सूचना मिलते ही आसींद तहसीलदार जय सिंह और आसींद थानाधिकारी हंसपाल सिंह मौके पर पहुंचे ओर ग्रामीणों और जमीन मालिक से समझाइश पर अंतिम यात्रा को मोक्ष धाम तक पहुंचा कर अंतिम संस्कार करवाया गया.

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आसींद डीवाईएसपी ओमप्रकाश ने कहा कि मामला ध्यान में आते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. ग्रामीण अपना दावा जताने वाले जमीन के मालिक से समझाइस कर अंतिम संस्कार करवाया गया. इस मामले में भविष्य में कोई विवाद नहीं हो उसके लिए दो दिन में रिपोर्ट बनाकर आसींद एसडीएम के समक्ष पेश की जाएगी उसके बाद रास्ते का स्थाई समाधान हो जायेगा.

आसींद तहसीलदार जय सिंह ने कहा कि देवनगर गांव में शव यात्रा को रोकने की सूचना मिलते ही मैं मौके पर पहुंचा. वहां राजस्व रिकॉर्ड में रास्ता दर्ज है लेकिन राजस्व की टीम रास्ते की जगह जस्टिफाई नहीं कर पा रही थी. ऐसे में मौके पर रास्ता नहीं था और गांव के ही लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था.

 ऐसे में हमने मौके पर ही राजस्व की धारा-91 की कार्रवाई के तहत अतिक्रमी को नोटिस दिया है और समझा कर अंतिम यात्रा के लिए रास्ता खुलवाया. उसके बाद वृद्धा के शव का अंतिम संस्कार हो गया है.

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