अलवर शहर में लगातार बढ़ रहे आपराधिक मामलों को देखते हुए पुलिस अब शहर की निगरानी को और मजबूत करने जा रही है. इसके लिए शहर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से लैस खास कैमरे लगाए जाएंगे. ये कैमरे बदमाशों की पहचान कर सकेंगे और वाहन की नंबर प्लेट पढ़कर चोरी या संदिग्ध वाहनों की जानकारी तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम तक पहुंचाएंगे.
पुलिस ने शहर के 9 महत्वपूर्ण स्थानों को चिन्हित किया है जहां इन एआई कैमरों को लगाया जाएगा. इनमें हनुमान सर्किल, जेल चौराहा, भर्तहरि पैनोरमा, ढाई पैड़ी, भूगोर तिराया, नेहरू गार्डन और सूर्य नगर जैसे प्रमुख इलाके शामिल हैं. साथ ही शहर के एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर भी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत नजर रखी जा सके.
सड़कों पर लगेंगे AI कैमरे
अलवर में कई बार बदमाश खुलेआम सड़कों पर घूमते देखे गए हैं. 22 नवंबर को तिजारा रोड स्थित राधा ज्वेलर्स में 36 लाख रुपये की लूट की घटना हुई थी. लूट से पहले बदमाश पूरे शहर में घूमते रहे और दुकान को पहचानकर वारदात को अंजाम दिया. इस तरह की घटनाओं ने पुलिस को नई तकनीक अपनाने के लिए मजबूर किया है.
अलवर जिले में पहले से ही 500 से ज्यादा कैमरे लगे हुए हैं. साल 2018 में 489 पीटीजेड कैमरे लगाए गए थे, लेकिन वारदातें लगातार बढ़ती रहीं. इसी वजह से अब फेस रिकॉग्निशन कैमरों का उपयोग करने का फैसला किया गया है. एआई आधारित कैमरे बदमाश की चाल-ढाल, वेशभूषा और चेहरे के आधार पर पहचान करने में सक्षम होंगे.
कैमरों से सुरक्षा और मजबूत
अलवर पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि जल्द ही इन कैमरों की इंस्टॉलेशन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि यह कैमरे अपराध नियंत्रण में बड़ी भूमिका निभाएंगे और पुलिस की निगरानी क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी. उन्होंने कहा कि एआई कैमरे शहर की सुरक्षा को और मजबूत करेंगे और अपराधियों की पहचान में बड़ी मदद देंगे.
हिमांशु शर्मा