कमलेश तिवारी का कत्ल करने के बाद अशफाक और मोईनुद्दीन पहले य़ूपी में ही घूम रहे थे. इसके बाद वो यूपी से सड़क के रास्ते नेपाल चले जाते हैं. मगर नेपाल से फिर वापस यूपी आते हैं. शाहजहांपुर में घूमते रहते हैं. लेकिन नाम, पहचान, चेहरा, हुलिया सब कुछ होने के बावजूद यूपी पुलिस दोनों को गिरफ्तार नहीं कर पाती. इसके बाद दोनों यूपी से गुजरात का रुख करते हैं और आखिरकार गुजरात एटीएस की टीम दोनों को पकड़ लेती है. अब सवाल ये है कि आखिर यूपी पुलिस दोनों को पकड़ने में नाकाम क्यों रही?