कोरोना की महामारी के बीच पिछले दिनों अगर कोई सबसे ज़्यादा चर्चे में था, तो वो थे निज़ामुद्दीन के मरकज़ के निकले तबलीगी जमात के लोग, जिन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग की तमाम हिदायतों की धज्जियां उड़ा दी. तब जमातियों को देश में कोरोना फैलाने के सबसे बड़े कसूरवार के तौर पर भी देखा गया. मगर अब यही जमाती बदले-बदले से नज़र आने लगे हैं. जो कल तक डॉक्टरों और साइंसदानों की बातों को हवा ने उड़ा रहे थे, अब वही कोरोना से पार पाकर बाकी मरीज़ों के लिए अपना प्लाज़मा डोनेट कर रहे हैं. मगर फिर सवाल ये है आख़िर ये हुआ कैसे? देखिए वारदात.