उरी हमले के बाद से ही हिंदुस्तान के दिल में लगा जो ज़ख्म लगातार रिस रहा था पूरे दस रोज़ बाद जाकर उस पर ठंडक पड़ी. बस, एक सर्जिकल स्ट्राइक और एक ही झटके में 38 दहशतगर्दों समेत चालीस से ज़्यादा दुश्मन हलाक. इस कार्रवाई से अगर हर हिंदुस्तानी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है, तो इसने हुकूमत से आवाम की उम्मीदें कहीं और ज़्यादा बढ़ा दी हैं. उम्मीद ये कि अब बाकी के दुश्मन बाकी नहीं बचेंगे.