प्रेमानंद महाराज और अनिरुद्धाचार्य जैसे प्रसिद्ध कथावाचक हाल ही में अपने बयानों के कारण विवादों में घिरे हैं. प्रेमानंद महाराज ने लिव-इन रिलेशनशिप को 'गंदगी का खजाना' बताया और महिलाओं के चरित्र पर टिप्पणी की. वहीं, अनिरुद्धाचार्य ने बाल विवाह की वकालत करते हुए 14 साल की उम्र में लड़कियों की शादी की बात कही और महिलाओं के चरित्र पर विवादित टिप्पणी की. देखें 'कहानी'.