25 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरु हुआ, लेकिन ये सत्र सिर्फ शुरू हुआ संसद चली नहीं. तारीखें बदलती गईं मगर संसद में हंगामे का दस्तूर नहीं बदला. आज 2 दिसंबर की तारीख आ गई, मगर संसद में हंगामा जस का तस रहा, यूं समझिए कि संसद चलती कम है और ठप ज्यादा होती है. देखें हल्ला बोल.