5 सदियों से कई-कई पीढ़ियों ने जो सपना देखा था आज वो पूरा हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की शुरुआत कर दी. प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा है कि राम सबके हैं, राम सब में हैं. लेकिन उन्होंने एक बड़ी बात ये कही है कि जैसे 15 अगस्त के लिए लाखों ने बलिदान दिया है, वैसे ही इस दिन के लिए एकनिष्ठ प्रयास हुआ है. इसीलिए दंगल में आज का मुद्दा है कि क्या 15 अगस्त राष्ट्र की आजादी का दिन है तो 5 अगस्त सांस्कृतिक आजादी का?