ओडिशा के जाजपुर जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक किशोरी बेटी की हत्या के मामले में कोर्ट ने उसके माता-पिता को उम्रकैद की सजा सुनाई है. जाजपुर की फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट ने दोनों दोषियों पर ₹10 हजार का जुर्माना भी लगाया है.
दरअसल, यह घटना 2016 में जाजपुर जिले के बिंझरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में घटित हुई थी. मृतक किशोरी उस समय कक्षा 10वीं की छात्रा थी और गांव के ही एक विवाहित पुरुष से प्रेम संबंध में थी. इस रिश्ते की भनक जब उसके माता-पिता को लगी, तो उन्होंने बेटी को उस पुरुष से दूरी बनाने के लिए कहा. लेकिन लड़की ने उनकी बात नहीं मानी.
कुछ समय बाद जब माता-पिता को बेटी के गर्भवती होने का पता चला, तो उन्होंने इसे परिवार की "इज्जत" पर धब्बा समझा और एक खौफनाक साजिश रच डाली.
यह भी पढ़ें: ओडिशा: रेलवे लाइन के विरोध के दौरान बड़ा हादसा, JCB से कुचले जाने से एक प्रदर्शनकारी की मौत
सोती हुई बेटी को मार डाला
प्रोसीक्यूशन के मुताबिक, एक रात किशोरी के माता-पिता ने उसके सोते समय गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद उन्होंने चुपचाप उसका अंतिम संस्कार किया और अस्थियों को एक नजदीकी नदी में बहा दिया. ताकि किसी को इस जघन्य अपराध का पता न चल सके.
ऐसे हुआ खुलासा
घटना का खुलासा तब हुआ जब गांव के मुखिया को इस संदिग्ध गतिविधि की भनक लगी और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस पूछताछ में पिता ने अपना गुनाह कबूल कर लिया, जिसके बाद मां को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
कोर्ट का फैसला
करीब 8 साल बाद फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट ने तीन गवाहों और अन्य सबूतों के आधार पर माता-पिता को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई. अदालत ने कहा कि इस क्रूर कृत्य ने न सिर्फ एक मासूम जान ली, बल्कि समाज में 'इज्जत' के नाम पर हिंसा की भयावहता को भी उजागर किया है.
aajtak.in