MP के सतना में दूषित खून चढ़ाने से 4 बच्चों को HIV, परिजन बोले- मासूम उल्टी कर रहे, दवा भी बेअसर

HIV से प्रभावित बच्चों की उम्र 12 से 15 साल के बीच है और वे सभी थैलेसीमिया से पीड़ित हैं. इनमें से कुछ को 80 से 100 बार तक खून चढ़ाया जा चुका है.

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थैलेसीमिया पीड़ित 4 बच्चों को चढ़ाया HIV पॉजिटिव खून.(Photo: Representational) थैलेसीमिया पीड़ित 4 बच्चों को चढ़ाया HIV पॉजिटिव खून.(Photo: Representational)

aajtak.in

  • सतना,
  • 16 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:40 PM IST

मध्य प्रदेश के सतना जिला अस्पताल में थैलेसीमिया से पीड़ित 4 बच्चों का HIV टेस्ट पॉजिटिव आया है. यह मामला चार महीने पुराना है और इसकी जांच चल रही है. अधिकारियों को शक है कि बच्चों में इन्फेक्शन फैलने की वजह दूषित सुइयों का इस्तेमाल या खून चढ़ाना हो सकता है.

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने भोपाल में पत्रकारों से कहा कि उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं और रिपोर्ट मांगी है. इस बात की भी जांच की जा रही है कि खून चढ़ाने का काम दूसरे अस्पतालों में भी हुआ था या सिर्फ सरकारी अस्पताल में.

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एक अधिकारी के अनुसार, 12 से 15 साल की उम्र के प्रभावित बच्चों को अस्पताल के ब्लड बैंक से खून चढ़ाया गया था.

सतना के सरदार वल्लभभाई पटेल जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के इंचार्ज देवेंद्र पटेल ने कहा कि चार बच्चों का HIV टेस्ट पॉजिटिव आया है और वे कैसे संक्रमित हुए, इसकी जांच चल रही है.

पटेल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "या तो संक्रमित सुई का इस्तेमाल किया गया या खून चढ़ाया गया. मुझे लगता है कि ये दो मुख्य कारण हैं. खून चढ़ाना सबसे ज्यादा संभावित कारण लगता है." उन्होंने कहा कि ये सभी बच्चे थैलेसीमिया से पीड़ित हैं और कुछ को 80 या 100 बार खून चढ़ाया गया है.

पीड़ित परिवार का दर्द

प्रभावित बच्चों में से एक के परिवार के सदस्य ने बताया कि उनके बच्चे का रूटीन चेकअप के दौरान करीब चार महीने पहले HIV पॉजिटिव पाया गया था और उसे दवा दी जा रही है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि HIV की दवा लेने के बाद बच्चा उल्टी करने लगता है, कमजोर महसूस करता है और बीमार हो जाता है.

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4 बच्चों में HIV इन्फेक्शन का पता चलने के बाद, उनके परिवार के सदस्यों का भी टेस्ट किया गया और नतीजे नेगेटिव आए.

कांग्रेस ने सरकार को घेरा

विपक्षी कांग्रेस ने इस मामले पर सरकार को घेरा और स्वास्थ्य मंत्री शुक्ला के इस्तीफे की मांग की. भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सचिन यादव ने दावा किया कि मध्य प्रदेश में ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं.

उन्होंने कहा कि पहले छिंदवाड़ा में जहरीली कफ सिरप का मामला सामने आया, उसके बाद इंदौर और सतना के अस्पतालों में चूहों के काटने की घटनाएं हुईं और अब बच्चों को HIV संक्रमित खून दिया गया है.

सचिन यादव ने कहा, "स्वास्थ्य मंत्री विभाग को संभाल नहीं पा रहे हैं. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. सतना घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ़ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए."

कांग्रेस के सीनियर नेता सज्जन सिंह वर्मा ने इसे सरकार की नाकामी बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार का जमीनी हकीकत से कोई लेना-देना नहीं है.

उन्होंने आगे कहा, "कहीं अस्पतालों में चूहे घूम रहे हैं, कहीं बच्चों को HIV-इंफेक्टेड खून दिया जा रहा है. HIV को रोकने के बजाय, आप इसे फैला रहे हैं. मोहन यादव को अपनी नींद से जागना चाहिए. बच्चे देश की धरोहर हैं और उनकी देखभाल की जानी चाहिए."

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