केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए कहा कि नया भारत शेर की तरह दहाड़ता है और सबसे शक्तिशाली नेताओं की आंखों में आंखें डालकर बात करता है. उन्होंने पाकिस्तान को 22 मिनट में घुटने टेकने पर मजबूर करने वाले ऑपरेशन सिंदूर की भी सराहना की. उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर स्वदेशी हथियारों की एक बड़ी जीत है और इसका प्रभाव दुनिया भर में पड़ा है.
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भयावह हमले का बदला लेने के लिए 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था. इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा. पाकिस्तान के जवाबी हमले का कोई असर नहीं हुआ और दोनों देशों ने 10 मई को युद्ध विराम का फैसला किया.
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने मीडिया से कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की पावन धरती से देश को बताया था कि हमारी बेटियों को नुकसान पहुंचाने वाले आतंकवादियों को राख में मिला दिया जाएगा. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे बहादुर सैनिकों ने केवल 22 मिनट में पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया."
संजय सेठ ने बताया कि ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) ने अपने भारतीय समकक्ष के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
सेठ ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर भारत के लिए एक बड़ी जीत है. यह हमारे स्वदेशी हथियारों की भी बड़ी जीत है. मैं भारतीय सेना को सलाम करता हूं."
उन्होंने जोर देकर कहा, "नया भारत शेर की तरह दहाड़ता है. नया भारत दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेताओं की आंखों में सीधे देखकर बात करता है."
'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत एक सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने पितृ पर्वत पर पौधे लगाए. सेठ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव पूरी दुनिया में फैला. मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी पौधारोपण कार्यक्रम में शामिल हुए.
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