MP News: भोपाल की चर्चित मेंडोरी जंगल सोना-कैश कांड में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोर्ट में चालान पेश कर दिया है. इस चालान में ईडी ने साफ तौर पर कहा है कि कार के अंदर मिले 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये कैश पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा का ही है. उसके साथ इस पूरे मामले में उसकी पत्नी, मां, चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल और इनकी कंपनियों से जुड़े अन्य लोगों को भी आरोपी या सहआरोपी बनाया गया है.
ईडी ने कोर्ट में पेश चालान में कहा है कि यह सम्पत्ति अवैध स्रोतों से अर्जित की गई थी, जिसे छिपाने के इरादे से मेंडोरी के जंगल में एक कार के भीतर रखा गया था. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत विस्तृत जांच की और उन तमाम लेनदेन और कंपनियों का विवरण इकट्ठा किया, जिनसे यह रकम और संपत्ति जुड़ी थी.
बता दें कि हाल ही में करोड़पति पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल को लोकायुक्त कोर्ट से सिर्फ इसलिए जमानत मिल गई थी, क्योंकि अपराध पंजीबद्ध होने के 60 दिन बाद तक लोकायुक्त पुलिस मामले में चालान पेश नहीं कर पाई थी, लेकिन ईडी ने वो गलती नहीं दोहराई और मंगलवार को चालान पेश कर दिया.
कोर्ट में पेश चालान में ईडी ने सौरभ शर्मा के साथ उसकी पत्नी, मां, चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल और इनकी कंपनियों से जुड़े अहम लोगों को आरोपी और सहआरोपी बनाया है. ईडी के मुताबिक, इन दोनों के बैंक खातों और कंपनियों में भी संदिग्ध लेनदेन के साक्ष्य मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि परिवार के अन्य सदस्य भी अवैध गतिविधियों में शामिल थे.
सूत्रों के मुताबिक, ईडी अब इस केस में आरोपियों की जायदाद जब्त करने की तैयारी में है और जल्द ही कोर्ट से संपत्ति कुर्की की अनुमति मांगी जा सकती है. साथ ही इस केस को PMLA कोर्ट में ले जाकर सख्त सजा दिलाने की योजना बनाई जा रही है.
रवीश पाल सिंह