मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही फिल्मी दिग्गज धर्मेंद्र, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, दिल्ली विस्फोट के पीड़ितों और नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हुए हॉक फोर्स के इंस्पेक्टर आशीष शर्मा सहित अन्य दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई.
सदन शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने दिवंगत आत्माओं के नाम पढ़े और मौन श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने धर्मेंद्र को याद करते हुए कहा कि वे एक प्रसिद्ध अभिनेता थे और उनकी फिल्म 'शोले' आज भी लोगों के जेहन में ताजा है. उन्होंने नागालैंड के पूर्व राज्यपाल एवं राज्यसभा सदस्य एल गणेशन और दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट के पीड़ितों को भी श्रद्धांजलि दी.
शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा की बहादुरी की सराहना करते हुए CM यादव ने कहा, ''वे एक साहसी अफसर थे. इन्हें दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार और एक बार वीरता पुरस्कार मिला था. नरसिंहपुर जिले के इस वीर सपूत की शहादत को हम नमन करते हैं. मैं बाबा महाकाल से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें.''
बता दें कि MP हॉकफोर्स इंस्पेक्टर आशीष शर्मा पड़ोसी छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के जंगलों में नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हुए थे.
विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने धर्मेंद्र को महान कलाकार बताते हुए कहा, ''पंजाब के छोटे से गांव से आए इस कलाकार ने 'मैं जट यमला पगला दीवाना' गाने से पूरे देश को दीवाना बना दिया. ऐसा पागलपन बहुत कम लोगों ने दिखाया है.''
दिल्ली विस्फोट पर बोलते हुए सिंघार ने कहा कि राजधानी में 13 लोगों की जान गई, यह हमारी सुरक्षा व्यवस्था पर करारा तमाचा है. शहीद आशीष शर्मा को याद करते हुए उन्होंने कहा, ''हम मुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और कई मंत्रियों के साथ उनके अंतिम संस्कार में मौजूद थे. इस युवा ने देश के युवाओं को प्रेरित किया. उनकी कुर्बानी से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए.''
सिंघार ने छिंदवाड़ा में दूषित कफ सिरप से बच्चों की मौत, इंदौर के सरकारी MY अस्पताल में चूहों के हमले से मरीजों की मौत और विशेष गहन संशोधन (SIR) अभियान के दौरान मारे गए कुछ BLO की मौत पर भी दुख जताया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को संवेदना दिखाते हुए इन घटनाओं को भी श्रद्धांजलि सूची में शामिल करना चाहिए था.
इस पर सत्ता पक्ष ने आपत्ति जताई. खेल और युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सदन नियमों से चलेगा. अगर कोई नाम छूट गया हो तो बताएं, लेकिन यह आरोप लगाना कि जानबूझकर छोड़ा गया और उस पर भाषण देना उचित नहीं. श्रद्धांजलि प्रस्ताव की गरिमा बनाए रखनी चाहिए.
विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से नियमों के अनुसार मुद्दे उठाने को कहा और दिवंगतों के प्रति सम्मान में सदन 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया.
सदन की कार्यवाही फिर शुरू होने पर कांग्रेस विधायक भंवरसिंह शेखावत ने सत्र की छोटी अवधि पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि सत्तापक्ष किसान, युवा और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से भाग रहा है.
इसके बाद विपक्षी सदस्य सदन के बीच में आकर सत्र बढ़ाने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे. अध्यक्ष ने कहा कि यह मुद्दा कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में चर्चा किया जाएगा.
aajtak.in