मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में सोमवार को एक खाद वितरण केंद्र पर दो समूहों के बीच हुई झड़प में 3 किसान घायल हो गए. यह घटना शहर की अनाज मंडी परिसर स्थित वितरण केंद्र पर हुई, जहां किसान सुबह से ही कतार में खड़े थे.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह करीब 9.30 बजे काउंटर खुलने के बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई और कुछ किसान दोबारा कतार में लगने की कोशिश करने लगे, जिससे विवाद शुरू हो गया. इस दौरान लाठियों से लैस दो समूहों के बीच झड़प हुई, जिसमें तीन किसान घायल हो गए.
न्यूज एजेंसी पीटीआई को एक अधिकारी ने बताया कि घायल किसानों में से एक अजय तोमर को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि दो अन्य को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई.
क्षेत्र के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (SDM) भूपेंद्र सिंह कुशवाहा ने बताया, खाद का पर्याप्त भंडार था. पर्याप्त आपूर्ति के बावजूद, किसान हंगामा कर रहे हैं. हम इस बात की जांच करेंगे कि वे वितरण केंद्र पर लाठियां लेकर क्यों आए थे?"
उन्होंने बताया कि पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया. दोनों समूहों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
किसान ने बताई मारपीट की वजह
पत्रकारों से बात करते हुए घायल किसान अजय तोमर ने कहा, "भीड़ के दौरान हमें कतार से बाहर धकेल दिया गया. जब हम वापस कतार में लगने की कोशिश कर रहे थे, तो हमारे पीछे खड़े लोगों ने विरोध किया और इसी वजह से मारपीट हुई."
पिछले हफ़्ते मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में खाद का अतिरिक्त स्टॉक होने के बावजूद किसानों को उर्वरक के लिए लंबी कतारों में खड़े होने पर पुलिस के लाठीचार्ज का सामना करना पड़ा.
बता दें कि पुलिस ने 8 सितंबर को भिंड के वृहतकर सहकारी संस्था में और 2 सितंबर को रीवा के करहिया मंडी में उर्वरक के लिए कतार में खड़े किसानों पर लाठीचार्ज किया. इसके अलावा, श्योपुर की विजयपुर तहसील में सोमवार को खाद वितरण केंद्र पर किसानों ने पथराव कर दिया.
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