MP: ना टीचर-ना छात्र, आसपास बस खेत ही खेत... इस कॉलेज से निकले पटवारी भर्ती के 7 टॉपर, अब छिड़ा विवाद

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में NRI कॉलेज मौजूद है. यहां पटवारी भर्ती परीक्षा का सेंटर पड़ा था. रिजल्ट आया तो पता चला कि टॉप 10 में से सात टॉपर इसी सेंटर से हैं. यह जानकारी सामने आने के बाद घोटाले की आशंका जताई जाने लगी और मामला राजनीतिक हो गया.

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ग्वालियर स्थित NRI कॉलेज की तस्वीरें ग्वालियर स्थित NRI कॉलेज की तस्वीरें

रवीश पाल सिंह / सर्वेश पुरोहित

  • भोपाल/ग्वालियर,
  • 12 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 5:48 PM IST

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज सरकार पर अब पटवारी भर्ती घोटाले का आरोप लग रहा है. विपक्ष इस भर्ती घोटाले के तार बीजेपी विधायक संजीव कुमार कुशवाह से जोड़ रहा है. दरअसल, पटवारी भर्ती परीक्षा में टॉप करने वाले 10 छात्रों में से 7 ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से हैं, जिसके मालिक भिंड के विधायक संजीव कुशवाह हैं.

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इसमें अब घोटाले के आरोप लग रहे हैं. ये परीक्षा मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ESB) ने आयोजित की थी.

भर्ती घोटाले के आरोप के बाद वार-पलटवार का सिलसिला जारी है. इस बीच आजतक ग्वालियर शहर में स्थित उस कॉलेज में पहुंचा जिसपर घोटाले के आरोप लग रहे हैं.

NRI कॉलेज ग्वालियर शहर में मौजूद बारा घाटा इलाके में मेन रोड से एक किलोमीटर अंदर स्थित है. कैमरे को देखकर कॉलेज की देखरेख में लगे लोगों ने गेट बंद कर लिए थे. गार्ड्स बोले कि वहां फिलहाल किसी का आना-जाना मना है.

कॉलेज के आसपास के इलाके को देखें तो इसके गेट पर कॉलेज का कोई नाम निशान नहीं है. आसपास सिर्फ खेत ही खेत हैं. इसके अलावा कॉलेज से थोड़ी दूर NRI कॉलेज के कुछ साइन बोर्ड जरूर दिखे, लेकिन उनकी हालत भी बहुत अच्छी नहीं थी.

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NRI कॉलेज का मेन गेट, जिसपर कोई साइनबोर्ड नहीं है

वहां मौजूद गार्ड ने बातचीत में बताया कि उस कॉलेज में कोई स्टाफ नहीं है. ना ही वहां कोई क्लास लगती है. गार्ड ने कहा कि वहां सिर्फ हाल ही में एग्जाम जरूर हुआ था. मतलब फिलहाल कॉलेज सिर्फ एग्जाम सेंटर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है.

कमलनाथ ने सीएम शिवराज को घेरा

मामला सामने आने के बाद कांग्रेस की तरफ बीजेपी सरकार को घेरा जा रहा है. राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ ने इसपर कहा कि प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. कई टॉपर एक ही सेंटर पर परीक्षा देकर सफल हुए. कमलनाथ ने आगे कहा कि व्यापम, नर्सिंग, आरक्षक भर्ती, कृषि विस्तार अधिकारी और ऐसी कितनी ही भर्ती परीक्षाओं ने अंत में घोटाले का रूप लिया है.

कमलनाथ ने आगे कहा कि शिवराज सरकार से तो जांच की मांग करना भी बेकार है क्योंकि हमेशा बड़ी मछलियों को बचा लिया जाता है.

इस मामले पर बीजेपी विधायक संजीव कुशवाह की सफाई भी आई है. उन्होंने कहा, 'परीक्षा करवाने में कॉलेज का कोई रोल नहीं होता है. कॉलेज तो सिर्फ अपनी बिल्डिंग और कंप्यूटर उस एजेंसी को ठेके पर देते हैं जो एजेंसी परीक्षा करवाती है.'

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वहीं MP के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस को घेरा है. वह बोले कि चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस ने परीक्षा में गड़बड़ी का मामला उठाना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरीके से कांग्रेस की साजिश है.

नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश में 8000 से अधिक पटवारी परीक्षा में चयनित होकर आए हैं. 13 जिलों में सेंटर बनाए गए और 35 दिन परीक्षाएं चलीं. 70 से अधिक प्रश्न पत्र आए. वह बोले कि कांग्रेस की तरफ से लगाए गए गड़बड़ी के सभी आरोप झूठे हैं, जिस सेंटर पर आरोप लगा रहे हैं वहां से 114 लोग कुल सेलेक्ट हुए हैं.

 

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