खंडवा में महाहादसा! कोटवार ने चीख-चीखकर रोका, पर नहीं माने लोग, गहरे पानी में ट्रैक्टर डालते ही 11 की गई जान

MP News: खंडवा में हुए हादसे का कारण ट्रॉली में जरूरत से ज्यादा लोग सवार होना और उसका संतुलन बिगड़ना बताया गया. इससे 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें कई बच्चे और युवा शामिल थे.

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10 शव तालाब से निकाल लिए गए हैं.(Photo:Screengrab) 10 शव तालाब से निकाल लिए गए हैं.(Photo:Screengrab)

जय नागड़ा

  • खंडवा ,
  • 03 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 9:30 AM IST

MP News: खंडवा जिले के पंधाना क्षेत्र में नवदुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए हादसे में मृतकों की संख्या 11 हो गई है. 10 शव तालाब से निकाल लिए गए हैं, जबकि एक बच्ची के लापता होने की सूचना पर रात में भी तालाब में सर्चिंग की गई.

प्रशासन के अनुसार, यह घटना लोगों के अतिआत्मविश्वास के कारण हुई, जिन्होंने तैनात कोटवार की चेतावनी को नजरअंदाज कर गहरे पानी में ट्रैक्टर ले लिया. इससे ट्रैक्टर पलट गया और ट्रॉली में सवार सभी लोग तालाब में गिर पड़े. ग्रामीणों ने तत्काल मदद कर कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश 15-16 वर्ष की लड़कियां और युवा थे.

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दरअसल, गुरुवार शाम पंधाना क्षेत्र के अर्दला तालाब में राजगढ़ ग्राम पंचायत के पाडलाफाटा के लोग दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन करने पहुंचे थे. ट्रैक्टर-ट्रॉली में करीब 20-25 लोग सवार थे. जानकारी के मुताबिक, ट्रैक्टर-ट्रॉली को तालाब के रास्ते में एक पुलिया पर खड़ा किया गया था.

मौके पर पहुंचे कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि पंधाना से 15 किलोमीटर दूर जामली गांव के तालाब में राजगढ़ पंचायत के कुछ युवा मूर्ति विसर्जन के लिए आए थे. यहां कोटवार की ड्यूटी थी, जिसने चेतावनी दी कि आगे न जाएं, पानी गहरा है. लेकिन अति उत्साह में बच्चे आगे बढ़ गए और ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई.

कलेक्टर ने बताया, लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. जामली के लोगों ने बहुत मदद की और सबसे पहले रिस्पॉन्स दिया. उन्होंने कई लोगों की जान बचाई. अभी तक 10 शव निकाले जा चुके हैं. एक बच्ची लापता है, जिसका शव भी निकाला जाएगा. हमारी होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम लगातार प्रयास कर रही है.

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प्रशासन ने स्थानीय ग्रामीणों की तत्परता की सराहना की, जिसके कारण कई लोगों की जान बच सकी. अन्यथा मौतों का आंकड़ा और भयावह हो सकता था. 

अतिआत्मविश्वास बना मौत का कारण 

पुलिस अधीक्षक (SP) मनोज कुमार राय ने बताया कि पाडलाफाटा के लोग ट्रैक्टर से विसर्जन के लिए आ रहे थे. मार्ग पर पानी था. संभवतः ड्राइवर को अंदाजा नहीं था कि वहां ज्यादा पानी है. कोटवार ने मना किया, लेकिन अतिआत्मविश्वास में वे आगे बढ़ गए. इससे ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गया और हादसा हो गया. ट्रॉली में बैठी सभी सवारियां पानी में गिर गईं. गांववालों ने मदद कर कई लोगों को बाहर निकाला. फिर भी 10 बच्चों के शव निकले हैं. एक बच्ची लापता है. एसडीआरएफ की टीम और ग्रामीण संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं.

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