संस्कारधानी जबलपुर के कटंगा क्षेत्र में क्रिसमस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उस समय भारी बवाल मच गया, जब हिंदूवादी संगठनों ने वहां धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. इस घटना के बीच बीजेपी की नगर उपाध्यक्ष अंजू भार्गव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक नेत्रहीन महिला का मुंह दबाते हुए और 'अगले जन्म में भी अंधी बनेगी' जैसे आपत्तिजनक शब्द कहते हुए नजर आ रही हैं.
दरअसल, हवाबाग कॉलेज के पीछे स्थित चर्च परिसर के कम्युनिटी हॉल में ईसाई समाज के एक संगठन ने भोज का आयोजन किया था. कार्यक्रम में शहर के 'अंधमूक और दृष्टि बाधित विद्यालय' से बड़ी संख्या में दिव्यांग छात्र-छात्राओं को आमंत्रित किया गया था.
उधर, विश्व हिंदू परिषद (VHP), बजरंग दल और भाजपा कार्यकर्ताओं को सूचना मिली कि यहां गुपचुप तरीके से बच्चों का धर्मांतरण कराया जा रहा है. मौके पर पहुंचे कार्यकर्ताओं और ईसाई समुदाय के लोगों के बीच जमकर लात-घूंसे चले. हालात को काबू करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
अभद्रता का शिकार हुई दिव्यांग महिला सफलता कार्तिक ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया, "मैं मदन महल से आई थी. वहां एक लेडी आई (अंजू भार्गव) और उन्होंने मेरे और मेरी छोटी बच्ची के साथ बहुत बदतमीजी की. उन्होंने गंदे शब्दों का इस्तेमाल किया और पूछा कि तू यहां क्यों आई है?''
बीजेपी नेत्री ने आगे कहा, ''तू इस जन्म में अंधी बनी है,अगले जन्म में भी अंधी ही बनेगी. मांग में सिंदूर भरती है और बच्ची को क्रिश्चियनों के बीच क्या कराने लेकर आती है?" देखें Video:-
दिव्यांग महिला ने बताया, ''हमें यहां कोई लालच नहीं दिया जाता, हम हर साल खुशी से आते हैं. न कोई जबरदस्ती है, न धर्मांतरण."
BJP उपाध्यक्ष अंजू भार्गव ने मौके पर धर्मांतरण के गंभीर आरोप लगाए. कहा कि बस्तियों के लोग यहां बड़ी संख्या में आ रहे हैं. आखिर क्या वजह है? हालांकि, ईसाई समुदाय ने इन दावों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि यह केवल क्रिसमस के उपलक्ष्य में बच्चों के लिए आयोजित एक स्नेह भोज था.
दिग्विजय सिंह ने की कार्रवाई की मांग
कांग्रेस ने BJP नेत्री के व्यवहार को "अमानवीय और संवेदनहीन" बताते हुए कड़ी निंदा की है. कांग्रेस का कहना है कि एक दिव्यांग महिला के साथ इस तरह का बर्ताव भाजपा के असली चेहरे को उजागर करता है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए.
पार्टी ने थमाया नोटिस
उधर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी ने भारतीय जनता पार्टी की नगर उपाध्यक्ष अंजू भार्गव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है . कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी एक अनुशासित संगठन है. पदाधिकारियों से समाज में मर्यादित, संवेदनशील और जिम्मेदार व्यवहार की अपेक्षा की जाती है. खासकर दिव्यांगजन और महिलाओं के प्रति असंवेदनशील आचरण किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है. नोटिस के माध्यम से अंजू भार्गव को निर्देशित किया गया है कि वह नोटिस मिलने के सात दिन के भीतर घटना के संबंध में अपना लिखित स्पष्टीकरण पेश करें.
पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए हैं. फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या वाकई वहां धर्मांतरण जैसी कोई गतिविधि हो रही थी या यह केवल एक धार्मिक आयोजन था?
धीरज शाह