इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र में नौ और दस अगस्त की रात हुई युवक अर्जुन यादव की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस सनसनीखेज हत्याकांड की गुत्थी एक चप्पल ने सुलझाई. घटनास्थल से मिली पूमा कंपनी की चप्पल ही पुलिस के लिए सबसे बड़ा सुराग बनी.
डीसीपी जोन-4 ऋषिकेश मीना ने बताया कि अर्जुन यादव का शव नावड़ा पंथ इलाके में मिला था. उसके शरीर पर करीब 18 से 20 बार चाकू से वार किए गए थे. हत्या की जांच के दौरान पुलिस ने आठ सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इन्हीं फुटेज के आधार पर पुलिस ने सदर बाजार इलाके के तीन आरोपियों की पहचान की.
ब्लाइंड मर्डर गुत्थी का खुलासा
जांच में सामने आया कि तीनों आरोपी शहर से बाहर घूमने के लिए पैसे जुटाने की योजना बना रहे थे. पैसे की व्यवस्था करने के लिए उन्होंने अर्जुन को लूटने का फैसला किया. वारदात के दौरान आरोपी सागिर ने सबसे पहले अर्जुन पर चाकू से वार किया. इसके बाद पहचान उजागर होने के डर से तीनों आरोपियों साहिर, आवेश उर्फ गुड्डा और अमीर ने मिलकर लगातार चाकू से हमला किया और अर्जुन की हत्या कर दी.
पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया
हत्या के बाद आरोपी घटनास्थल से भाग निकले, लेकिन एक चप्पल वहीं छूट गई. यही चप्पल पुलिस को आरोपियों तक ले गई. सबूत और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
धर्मेंद्र कुमार शर्मा