इंदौर क्राइम ब्रांच ने नकली नोट छापने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है, जो ‘फर्जी’ नाम की वेब सीरीज से प्रेरित होकर इस काम को अंजाम दे रहा था. पुलिस ने एमआईजी थाना क्षेत्र की एक होटल पर छापेमारी करते हुए इस गैंग को रंगे हाथों पकड़ा.
छापेमारी के दौरान आरोपियों के पास से नकली नोट छापने की मशीनें, कागज, स्याही समेत 50 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए गए. पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि वे सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे से जुड़े और नकली नोट बनाने की योजना बनाई.
50 हजार रुपये के नकली नोट बरामद
मुख्य आरोपी शोएब ने बताया कि उसे इस पूरे अपराध का आइडिया हिंदी वेब सीरीज़ फर्जी से मिला. इंस्टाग्राम के जरिए उसकी पहचान गुजरात के मयूर चंपा से हुई, जिसके बाद मयूर इंदौर आया. दोनों ने होटल में रहकर नकली नोट छापने की शुरुआत की. बाद में चार लाख के नकली नोट भोपाल भेजे गए.
फर्जी नाम की वेब सीरीज देखकर आया आईडिया
शोएब की भोपाल के कुछ अन्य आरोपियों से पहचान टेलीग्राम एप के माध्यम से हुई थी. इस घटना पर एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों से गहन पूछताछ कर और भी जानकारी जुटाई है और पूरे नेटवर्क की तलाश जारी है.
धर्मेंद्र कुमार शर्मा