भोपाल में हिंदू लड़कियों से रेप और ब्लैकमेलिंग का मास्टरमाइंड फरहान बोला- कोई पछतावा नहीं, मैंने 'सवाब' का काम किया है

पुलिस रिमांड के दौरान फरहान ने खुलासा किया कि उसने कॉलेज में हमउम्र मुस्लिम लड़कों का एक गिरोह बनाया था, जो केवल हिंदू लड़कियों से ही दोस्ती और प्रेम संबंध बनाते थे. गिरोह में यह सख्त नियम था कि कोई भी मुस्लिम लड़की के साथ प्रेम संबंध नहीं बनाएगा. 

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फरहान ने हिंदू लड़कियों के रेप को सवाब का काम बताया. फरहान ने हिंदू लड़कियों के रेप को सवाब का काम बताया.

रवीश पाल सिंह

  • भोपाल ,
  • 02 मई 2025,
  • अपडेटेड 3:18 PM IST

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गिरोह बनाकर हिंदू युवतियों के साथ दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के मामले में पुलिस रोज़ नए खुलासे कर रही है. अब इस गिरोह के मास्टरमाइंड फरहान को लेकर एक नया खुलासा हुआ है. पुलिस पूछताछ में आरोपी फरहान ने इसे सवाब (भलाई) का काम बताते हुए कहा कि उसे अपने किए का कोई पछतावा नहीं है.

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aajtak से बात करते हुए भोपाल पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में अब तक 5 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. हैरानी की बात यह है कि गिरोह बनाकर हिंदू युवतियों को शिकार बनाने वालों में एक नाम लगभग हर एफआईआर में सामने आया है और वह नाम है फरहान का, जो इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड है. 

इससे भी अधिक हैरान करने वाली बात यह है कि पुलिस पूछताछ में फरहान ने जो कहा, उससे पुलिस अधिकारी भी स्तब्ध रह गए. पूछताछ में फरहान ने कहा कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है, क्योंकि उसने 'सवाब' का काम किया है. 

अधिकारी ने बताया कि रिमांड अवधि के दौरान फरहान से पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसने कॉलेज में हमउम्र मुस्लिम लड़कों का एक गिरोह बनाया था, जो केवल हिंदू लड़कियों से ही दोस्ती और प्रेम संबंध बनाते थे. गिरोह में यह सख्त नियम था कि कोई भी मुस्लिम लड़की के साथ प्रेम संबंध नहीं बनाएगा. 

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एक बार हिंदू लड़की से प्रेम संबंध स्थापित हो जाने के बाद, उसे हुक्का लाउंज, पब या गिरोह के सदस्यों के किराए के कमरों में ले जाया जाता था. वहां नशे की हालत में उनके साथ दुष्कर्म किया जाता था और इसका वीडियो बनाकर बाद में ब्लैकमेलिंग के जरिए अन्य युवतियों से दोस्ती करने का दबाव बनाया जाता था. 

फरहान ने कहा कि हिंदू युवतियों से प्रेम संबंध बनाकर उनके साथ शारीरिक संबंध स्थापित करना सवाब का काम है, इसलिए उसे कोई पछतावा नहीं है.

आरोपी फरहान ने पुलिस को बताया कि वह और उसके साथी ज्यादातर ऐसी लड़कियों को निशाना बनाते थे, जो बाहर से भोपाल पढ़ने आती थीं, क्योंकि उन पर समय से घर जाने या घूमने-फिरने की उतनी पाबंदियां नहीं होती थीं, जितनी उनके अपने शहर या गांव में होती थीं. इसलिए ऐसी लड़कियों से मिलना और बात करना आसान होता था.

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