मध्य प्रदेश के गुना जिले की चाचौड़ा विधानसभा में किसान आंदोलन तेज हो गया है. पार्वती कालीसिंध परियोजना के विरोध में हजारों किसान ट्रैक्टर लेकर सड़क पर उतर गए. किसानों ने बताया कि परियोजना को बिना जमीनी सर्वे करे स्वीकृति दे दी गई. अगर इलाके में डैम बनता है तो घाटाखेड़ी समेत 80 से ज्यादा गांव डूब जाएंगे. वहीं, किसानों की मांगों को लेकर पूर्व विधायक ममता मीना भी मैदान में उतर गईं.
BJP विधायक रह चुकीं ममता मीना ने कह दिया, ''डैम के अंदर मुझे भी चुनवा दो, हम सीने पर गोली खा लेंगे, लेकिन डैम नहीं बनाने देंगे. ममता मीना ने कहा कि चाचौड़ा के पानी से राजस्थान की बंजर भूमि को सिंचित करने के लिए योजना बनाई गई है. ये परियोजना किसान हितैषी नहीं है.
किसान आंदोलन में कांग्रेस के विधायक जयवर्धन सिंह और बमोरी विधायक ऋषि अग्रवाल भी शामिल हो गए. जयवर्धन सिंह ने ममता मीना की बात का समर्थन करते हुए कह दिया कि डैम की जब आवश्यकता ही नहीं है तो बनाया क्यों जा रहा है?
परियोजना के विरोध में हजारों किसानों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. इसी दौरान जब किसान कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए कार्यालय पहुंचे तो बहसबाजी हो गई. कलेक्टर और किसानों की बहसबाजी का वीडियो भी वायरल हो रहा है.
'हमें जेल भेजने की धमकी मत दो'
कलेक्टर ने किसानों को सख्त नसीहत देते जवाब दे दिया कि यदि किसी ने कानून तोड़ने की कोशिश की तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. आपने ज्ञापन दे दिया है तो उसे शासन तक पहुंचा दिया जाएगा. किसानों ने भी कलेक्टर से कह दिया, ''हमें जेल भेजने की धमकी मत दो.''
'पिक्चर अभी बाकी है'
ममता मीना ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा, ''ये तो ट्रेलर है. पिक्चर अभी बाकी है. पार्वती कालीसिंध परियोजना की जगह दो छोटे डेम बनाए जाएं तो सभी के लिए लाभदायक रहेगा.''
सभी बातों को बताया जा चुका: कलेक्टर
कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने किसानों को धमकाते हुए कहा कि परियोजना शुरू होने से पहले ही सभी बातों को बताया गया था. शासन ने किसानों के लिए योजना तैयार की है. परियोजना में कई किसानों को लाभ मिलेगा. हालांकि, कुछ किसानों की जमीनें डूब जाएंगी. उनके लिए व्यवस्था की जा रही है.
प्रियंका मीना बैकफुट पर
इस मामले में चाचौड़ा से बीजेपी विधायक प्रियंका मीना भी बैकफुट पर हैं. प्रियंका ने मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से भोपाल में चर्चा की तस्वीरें शेयर की हैं. उन्होंने पार्वती कालीसिंध परियोजना में सुधार के लिए पत्र भी दिया है.
विकास दीक्षित