भारत में प्रोजेक्ट चीता के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बुधवार को दक्षिण अफ्रीकी मादा चीता धीरा को मध्य प्रदेश के ही मंदसौर स्थित गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में शिफ्ट किया जाएगा. इससे 5 महीने पहले 2 दक्षिण अफ्रीकी नर चीतों के इसी अभयारण्य में शिफ्ट किया जा चुका है.
यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर बुधवार को मध्य प्रदेश के दौरे के समय उठाया गया है. वह आदिवासी बहुल धार जिले में देश के पहले प्रधानमंत्री मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क की आधारशिला रखेंगे.
17 सितंबर 2022 को, प्रधानमंत्री ने नामीबिया से लाए गए जंगली चीतों को केएनपी के एक बाड़े में छोड़ा था. प्रोजेक्ट चीता के तहत भारत में इन बड़ी बिल्लियों को लाया गया था, जो दुनिया की पहली अंतर-महाद्वीपीय बड़े जंगली मांसाहारी स्थानांतरण पहल थी.
DFO आर थिरुकुरल ने बताया, "17 सितंबर को भारत में प्रोजेक्ट चीता के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक अहम उपलब्धि हासिल की जाएगी. एक मादा दक्षिण अफ्रीकी चीता धीरा को केएनपी से मंदसौर के गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में स्थानांतरित किया जाएगा, जिससे वन्यजीव संरक्षण और पुनरुद्धार में देश के प्रयासों को और बल मिलेगा,"
बता दें कि इस साल 20 अप्रैल को 2 दक्षिण अफ्रीका की चीते प्रभाष और पावक को केएनपी से गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में शिफ्ट किया गया था.
धीरा के स्थानांतरण के बाद केएनपी में 24 चीते रह जाएंगे, जिनमें 5 मादा और 3 नर चीते शामिल हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी चीते स्वस्थ हैं और उनकी हालत में सुधार हो रहा है.
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