MP News: रीवा के श्यामशाह मेडिकल कॉलेज की 80 नर्सिंग छात्राओं से छेड़छाड़ और लैगिंग उत्पीड़न करने वाले डॉक्टर अशरफ अली के खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया है. मामला उजागर होने के बाद डीन ने डॉक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इस मामले को लेकर नर्सिंग स्टाफ छात्र और हिंदू संगठनों में भारी आक्रोश व्याप्त था.
मेडिकल कॉलेज रीवा की बीएससी नर्सिंग सेकंड ईयर की 80 छात्राओं ने सामूहिक रूप से गांधी स्मृति चिकित्सालय के ENT डिपार्टमेंट के सीनियर डॉक्टर मोहम्मद अशरफ अली पर लैगिंग उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे. मामला उजागर होने के बाद प्रिंसिपल ने क्लिनिकल प्रैक्टिस के लिए हॉस्पिटल जाने पर रोक लगा दी थी.
मामले की जांच के लिए जांच कमेटी गठित की गई. नर्सिंग स्टाफ के साथ ही जूनियर डॉक्टर एसोशिएशन और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) समर्थन में उतर आया. डॉक्टर अशरफ से आरोप पर जवाब मांगा गया लेकिन संतोषजनक नहीं था.
आरोपों में कहा गया कि सह-प्राध्यापक (ओटो राइनो लैरिंगोलॉजी) डॉ. मोहम्मद अशरफ ने अपमानजनक बातें कीं, व्यावसायिक मर्यादाओं का उल्लंघन किया और छात्राओं को मानसिक रूप से असहज, असुरक्षित व अपमानित किया. उनके कृत्य मध्य प्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 और मध्य प्रदेश स्वशासी चिकित्सा एवं दंत चिकित्सा महाविद्यालय शैक्षणिक आदर्श सेवा नियम 2018 के प्रतिकूल पाए गए.
डीन डॉ सुनील अग्रवाल ने कार्रवाई करते हुए डॉ अशरफ अली को तत्काल प्रभाव निलंबित कर दिया. निलंबन अवधि में डॉ अशरफ को डीन कार्यालय में अटैच किया गया है.
विजय कुमार विश्वकर्मा