मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जिला प्रशासन ने 'मछली परिवार' की अवैध संपत्तियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. बुधवार को हताईखेड़ा डैम इलाके सहित 6 स्थानों पर बुलडोजर चलाकर करीब 100 करोड़ रुपये कीमत की अवैध संपत्तियों को ध्वस्त किया गया. इन संपत्तियों में सरकारी जमीन पर बिना इजाजत के बनाए गए मदरसा, मैरिज लॉन, रिसॉर्ट, कारखाना, फार्महाउस और गोदाम शामिल हैं.
एसडीएम हुजूर विनोद सोनकिया ने aajtak को बताया कि यह कार्रवाई शकील अहमद (पिता शरीफ), शारिक (पिता शरीफ), इरशाद (पिता सरफराज), अताउल्लाह (पिता मुफ्ती), शारिक उर्फ मछली, सोहेल अहमद और शफीक अहमद के खिलाफ की गई. ये सभी 'मछली परिवार' के सदस्य हैं, जो ड्रग तस्करी, महिलाओं के यौन शोषण समेत जबरन वसूली जैसे गंभीर अपराधों में शामिल हैं.
जिला प्रशासन के अधिकारी ने कहा कि इन संपत्तियों का निर्माण बिना नगर निगम और टीएनसीपी की अनुमति के सरकारी जमीन पर किया गया था. सोनकिया ने बताया कि नगर निगम ने कई बार नोटिस जारी किए, लेकिन कोई जवाब न मिलने पर प्रशासन, पुलिस और नगर निगम की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की.
कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा, और जेसीबी मशीनों से अवैध निर्माणों को ढहाया गया. मौजूदा गाइडलाइन वैल्यू के अनुसार, इन संपत्तियों की कुल कीमत करीब 100 करोड़ रुपये आंकी गई है.
यह कार्रवाई ड्रग तस्करी और अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन की सख्त नीति का हिस्सा है. 'मछली परिवार' पर पहले से ही ड्रग तस्करी और अन्य अपराधों के कई मामले दर्ज हैं.
लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो बरामद
बता दें कि बीते दिनों यासीन अहमद (25) और शाहवर अहमद (42) को भोपाल पुलिस क्राइम ब्रांच ने 3 ग्राम से ज्यादा एमडी के साथ गिरफ्तार किया था. दोनों पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. आरोपियों के पास से नशीली दवा के अलावा एक पिस्तौल और लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो भी बरामद किए गए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों पर लड़कियों को नशे की लत लगाने और उनका शोषण करने का संदेह है.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियांक कानूनगो ने कुछ पुलिस अधिकारियों के साथ आरोपियों की कथित तस्वीरें एक्स पर पोस्ट कीं. उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टियों में लड़कियों को नशे की लत लगाई जा रही थी, उनका शोषण किया जा रहा था और उन्हें इस्लाम में धर्मांतरित किया जा रहा था.
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि आरोपियों के कुछ भाजपा नेताओं से संबंध हैं. एक बयान में उन्होंने कहा, "भोपाल में ड्रग माफिया के खिलाफ कार्रवाई के दौरान सामने आया मामला न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि राज्य सरकार की नैतिक और प्रशासनिक विफलता का जीता जागता सबूत भी है... यह भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार और अपराधियों के साथ मिलीभगत को उजागर करता है."
कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या आरोपियों का उनके किसी मंत्री से संबंध है.
अमृतांशी जोशी