मध्य प्रदेश की राजधानी में एक कैब ड्राइवर ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है. उसने रुपयों से भरा पर्स सवारी के दफ्तर जाकर लौटाया. जबकि खुद सवारी को नहीं पता था कि उनका पर्स कैब में छूट गया है.
दरअसल, भोपाल गीतांजलि कॉम्प्लेक्स निवासी कारोबारी अजय फागरे रात के समय उबर कैब से सफर कर रहे थे और अनजाने में अपना पर्स कैब में ही भूल गए. पर्स में लगभग 10 हजार रुपए नगद थे, जिसकी जानकारी अजय को अगली सुबह तक नहीं थी.
अगली सुबह जब अजय घर में अपना पर्स तलाश रहे थे, तभी उन्हें एक फोन कॉल आया. दूसरी तरफ उबर ड्राइवर आनंद बावस्कर थे. आनंद ने खुद कॉल करके पर्स गुम होने की जानकारी दी और 30 मिनट के भीतर अजय के ऑफिस पहुंचकर पर्स वापस कर दिया.
अजय फागरे ने aajtak.in को बताया, पर्स में नगद राशि उतनी ही थी जितनी उन्होंने छोड़ी थी. आनंद बावस्कर किसी अमीर घराने से नहीं, बल्कि एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं, जिन्होंने अपनी नैतिकता से यह साबित किया कि ईमानदारी परिस्थितियों की मोहताज नहीं होती.
अजय ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, इस मुलाकात को एक सौभाग्य माना जाना, क्योंकि ऐसे लोग समाज में दूसरों के प्रति विश्वास और उम्मीदों को जीवित रखते हैं.
उन्होंने कहा कि आज के दौर में जहां लोग अपने स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं, वहीं आनंद बावस्कर जैसे लोग समाज में ईमानदारी और भरोसे की उम्मीद जगाते हैं. यह कहानी एक ऐसे सच्चे ईमानदार शख्स की है, जिसने अवसर होने के बावजूद बेईमानी का रास्ता नहीं चुना.
नीरज चौधरी