मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 12वीं कक्षा की एक स्कूल टॉपर सिर्फ इसलिए घर छोड़कर भाग गई कि वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) बनना चाहती थी लेकिन परिवार उसकी शादी करना चाहता था.
एसीपी बिट्टू शर्मा के मुताबिक घटना बजरिया थाना क्षेत्र की है. भोपाल की रहने वाली साक्षी ने 12वीं कक्षा में 92% अंक लेकर पूरे स्कूल में टॉप किया था और परिवार का नाम रोशन किया था, पढ़-लिखकर IAS अफसर बनना चाहती थी लेकिन उसके परिवार की सोच अब भी पुरानी थी. परिवार चाहता था कि साक्षी पढ़ाई न करे बल्कि परिवार की पसंद से शादी करे. शुरुआत में तो साक्षी पढ़ाई करने पर जोर देती रही, लेकिन जब दबाव बढ़ा तो इसी साल जनवरी में साक्षी घर छोड़कर चली गई.
अपने स्तर पर साक्षी को ढूंढने की कोशिश जब सफल नहीं हुई तो साक्षी के पिता ने बेटी की गुमशुदगी को लेकर हाईकोर्ट में हैबियस कॉर्पस याचिका दाखिल की. कोर्ट ने पुलिस को साक्षी की तलाश के आदेश दिए जिसके बाद पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी.तफ्तीश के दौरान पुलिस को साक्षी के दोस्तों के पास से एक नोट मिला, जिसपर लिखा था- ''2030 में IAS बनकर घर लौटूंगी.''
पुलिस ने इसके बाद जांच का दायरा बढ़ाया और देशभर के कोचिंग सेंटर, कॉलेज और लाइब्रेरी खंगाले गए. मामले में नया मोड़ तब आया जब कुछ दिन पहले साक्षी ने अपना आधार अपडेट किया जिससे मालूम हुआ कि अब वह बालिग हो चुकी थी.
आधार अपडेट होते ही पुलिस ने साक्षी की लोकेशन ट्रेस कर ली जो इंदौर मिली. इसके बाद पुलिस की एक टीम तुरंत इंदौर पहुंची और साक्षी को ढूंढ निकाला.
साक्षी ने बताया कि घर से बाहर रहने के दौरान वह पहले ललितपुर में रही और उसके बाद वह इंदौर आ गई, जहां उसने 18 हजार रुपये महीने की नौकरी शुरू कर दी और किराए के कमरे में रहने लगी, क्योंकि मामला हैबियस कॉर्पस हाईकोर्ट में लंबित था. लिहाजा पुलिस ने साक्षी को जज के सामने पेश किया, जिन्होंने साक्षी को परिवार के साथ रहने का सुझाव देते हुए माता-पिता को फटकार भी लगाई. फिलहाल हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई बुधवार 12 नवंबर तय की गई है, जिसके बाद तय होगा कि साक्षी परिवार के साथ रहना चाहती है या नहीं.
रवीश पाल सिंह / धर्मेंद्र साहू