मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से डिजिटल अरेस्ट का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. कोहेफिजा थाना क्षेत्र में रहने वाले एडवोकेट शमसुल हसन को एक कॉल आया, जिसमें खुद को एटीएस (एंटी टेरर स्क्वॉड) अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि पहलगाम हमले में आपका नाम है. यह बात जांच में सामने आया है. ठग ने धमकी दी कि अगर उन्होंने सहयोग नहीं किया तो पूरे परिवार को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
वीडियो कॉल पर फंसाया वकील को
कॉल करने वाले शख्स ने वकील को लगातार वीडियो कॉल पर उलझाए रखा. उसने शमसुल हसन से कहा कि जांच में सहयोग करने के लिए उन्हें कुछ देर तक कैमरे के सामने रहना होगा. ठग की बातों में आकर वकील ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और करीब तीन घंटे तक डिजिटल रूप से ‘कैद’ रहा.
यह भी पढ़ें: 3 दिनों तक वीडियो कॉल..., डिजिटल अरेस्ट कर बुजुर्ग से ठगे 1.19 करोड़, सदमे में हो गई मौत
बेटे की सूझबूझ से हुआ खुलासा
काफी देर तक पिता को कमरे में बंद देखकर बेटे को शक हुआ. इसके बाद उसने अंदर झांकने की कोशिश की और फिर तुरंत पुलिस को सूचना दी. कुछ ही देर में कोहेफिजा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और एडवोकेट को कमरे से सुरक्षित बाहर निकाला.
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने जिस नंबर से कॉल आया था, उससे संपर्क करने की कोशिश की. मगर, कॉलर ने नंबर ब्लॉक कर दिया. इसके बाद पुलिस ने वकील के फोन से उस नंबर को ब्लैकलिस्ट कर दिया. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और साइबर ठगों की तलाश में जुटी है.
रवीश पाल सिंह / धर्मेंद्र साहू