दोस्ती को भाई के रिश्ते से बढ़कर माना जाता है और अगर दोस्ती सच्ची हो तो मरने के बाद भी वादा निभाया जाता है. ऐसी ही एक घटना मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के जवासिया गांव में सामने आई, जहां एक व्यक्ति ने अपने दिवंगत मित्र की अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए उसकी शव यात्रा में नृत्य किया.
दरअसल, पेशे से किसान अंबालाल प्रजापत को उनके दोस्त सोहनलाल जैन ने जनवरी 2021 में एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से जिक्र किया था कि जब वे इस दुनिया को छोड़ें, तो उनकी अंतिम यात्रा में कोई रोना-धोना न हो, बल्कि ढोल-नगाड़ों और नृत्य के साथ उन्हें विदाई दी जाए.
सोहनलाल जैन की यह अंतिम इच्छा उनके निधन के बाद पत्र के रूप में सामने आई और उनके मित्र अंबालाल प्रजापत ने इसे पूरी श्रद्धा और दोस्ती के जज्बे के साथ निभाया.
अंबालाल ने सोहनलाल की शव यात्रा के आगे नृत्य किया, जिसे देखकर वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं. देखें Video:-
अंबालाल ने मीडिया को वह पत्र दिखाया, जिसमें सोहनलाल ने लिखा था, ''जब मैं इस दुनिया में न रहूं, तब तुम मेरी अंतिम शव यात्रा में शामिल होकर ढोल की थाप पर नाचते-गाते मुझे विदाई देना. रोना-धोना, उदासी और खामोशी से मुझे विदा मत करना. मुझे खुशी-खुशी विदा करना.''
यह पत्र 9 जनवरी 2021 को लिखा गया था, जिसमें सोहनलाल ने पूरे होशो-हवास में अपनी अंतिम इच्छा व्यक्त की थी. इस पत्र को पढ़कर अंबालाल भी भावुक हो गए.
शव यात्रा के बाद सोहनलाल के परिवार में ग्यारहवें की तैयारियां चल रही हैं. घर में दुख का माहौल है और गलियां सूनी हैं.
परिजनों ने बताया कि सोहनलाल की मृत्यु का दुख तो है, लेकिन उनकी दोस्ती की मिसाल देखकर सभी की आंखें नम थीं. सोहनलाल के परिवार में आए पंडित राकेश शर्मा ने कहा, ''इतना गहरा प्रेम शायद ही कहीं देखने को मिले.
सोहनलाल ने अपने मित्र को पत्र में लिखकर कहा था कि मेरी अंतिम यात्रा में नृत्य करना. प्रभु से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति मिले.''
आकाश चौहान