सोहनलाल की चिट्ठी पर दोस्त अंबालाल ने निभाया वादा, शव यात्रा में नाचकर सभी को रुलाया

MP News: सोहनलाल जैन की यह अंतिम इच्छा उनके निधन के बाद पत्र के रूप में सामने आई और उनके मित्र अंबालाल प्रजापत ने इसे पूरी श्रद्धा और दोस्ती के जज्बे के साथ निभाया. 

Advertisement
दोस्त की शवयात्रा में नाचे अंबालाल. दोस्त की शवयात्रा में नाचे अंबालाल.

आकाश चौहान

  • मंदसौर,
  • 01 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 5:18 PM IST

दोस्ती को भाई के रिश्ते से बढ़कर माना जाता है और अगर दोस्ती सच्ची हो तो मरने के बाद भी वादा निभाया जाता है. ऐसी ही एक घटना मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के जवासिया गांव में सामने आई, जहां एक व्यक्ति ने अपने दिवंगत मित्र की अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए उसकी शव यात्रा में नृत्य किया. 

दरअसल, पेशे से किसान अंबालाल प्रजापत को उनके दोस्त सोहनलाल जैन ने जनवरी 2021 में एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से जिक्र किया था कि जब वे इस दुनिया को छोड़ें, तो उनकी अंतिम यात्रा में कोई रोना-धोना न हो, बल्कि ढोल-नगाड़ों और नृत्य के साथ उन्हें विदाई दी जाए.

Advertisement

सोहनलाल जैन की यह अंतिम इच्छा उनके निधन के बाद पत्र के रूप में सामने आई और उनके मित्र अंबालाल प्रजापत ने इसे पूरी श्रद्धा और दोस्ती के जज्बे के साथ निभाया. 

अंबालाल ने सोहनलाल की शव यात्रा के आगे नृत्य किया, जिसे देखकर वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं. देखें Video:- 

अंबालाल ने मीडिया को वह पत्र दिखाया, जिसमें सोहनलाल ने लिखा था, ''जब मैं इस दुनिया में न रहूं, तब तुम मेरी अंतिम शव यात्रा में शामिल होकर ढोल की थाप पर नाचते-गाते मुझे विदाई देना. रोना-धोना, उदासी और खामोशी से मुझे विदा मत करना. मुझे खुशी-खुशी विदा करना.''

यह पत्र 9 जनवरी 2021 को लिखा गया था, जिसमें सोहनलाल ने पूरे होशो-हवास में अपनी अंतिम इच्छा व्यक्त की थी. इस पत्र को पढ़कर अंबालाल भी भावुक हो गए.

Advertisement

शव यात्रा के बाद सोहनलाल के परिवार में ग्यारहवें की तैयारियां चल रही हैं. घर में दुख का माहौल है और गलियां सूनी हैं. 

परिजनों ने बताया कि सोहनलाल की मृत्यु का दुख तो है, लेकिन उनकी दोस्ती की मिसाल देखकर सभी की आंखें नम थीं. सोहनलाल के परिवार में आए पंडित राकेश शर्मा ने कहा, ''इतना गहरा प्रेम शायद ही कहीं देखने को मिले.

सोहनलाल ने अपने मित्र को पत्र में लिखकर कहा था कि मेरी अंतिम यात्रा में नृत्य करना. प्रभु से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति मिले.''

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement