मध्य प्रदेश के राजगढ़ में आवारा मवेशियों के आतंक से लोग दहशत में हैं. इन आवारा मवेशियों के उत्पात ने राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में एक व्यक्ति की जान ले ली, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल होकर जीवन और मृत्यु के बीच जूझ रहा है.
रविवार की शाम नरसिंहगढ़ के दीनाजी चौराहे पर एक दिल दहलाने वाली घटना हुई, जब सड़क पर आवारा सांडों की आपसी लड़ाई में पैदल जा रहे दो लोगों को इन मवेशियों ने चपेट में ले लिया. इस घटना में 60 वर्षीय बुजुर्ग रमेश भावसार की भोपाल में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई, जबकि दूसरा व्यक्ति अभी भी गंभीर स्थिति में है.
इस हादसे के बाद इलाके में दहशत का माहौल है और लोग बाजार जाने से कतराने लगे हैं, यह डरते हुए कि कहीं सड़क पर लड़ते सांड उनकी जान न ले लें. इस भयावह घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसे देखकर हर कोई चिंतित है.
वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि तेजी से लड़ते हुए सांडों ने पैदल जा रहे दोनों व्यक्तियों को हवा में उछालकर रौंद दिया. देखें Video:-
वहां मौजूद लोगों ने घायलों को उठाकर अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें भोपाल रेफर किया गया. उपचार के दौरान रमेश भावसार ने दम तोड़ दिया, जबकि दूसरे व्यक्ति का इलाज जारी है.
सरकार ने आवारा मवेशियों को सड़कों से हटाने की योजना बनाई है, लेकिन नरसिंहगढ़ में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. यहां नगर पालिका इन मवेशियों पर नियंत्रण करने में असफल रही है. इन आवारा मवेशियों की आपसी भिड़ंत के कारण कई बार वाहन क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा. केवल नरसिंहगढ़ ही नहीं, बल्कि राजगढ़ जिले के ब्यावरा, राजगढ़ और खिलचीपुर जैसे क्षेत्रों में भी आवारा मवेशियों, खासकर सांडों का आतंक व्याप्त है.
बाजारों में वर्चस्व की लड़ाई के दौरान ये सांड अक्सर आपस में भिड़ जाते हैं, जिससे आतंक का माहौल बन जाता है. इसके बावजूद प्रशासन कार्रवाई करने में नाकाम रहा है. अब सवाल यह है कि नरसिंहगढ़ की इस दुखद घटना से प्रशासन क्या सबक लेगा?
पंकज शर्मा