एक लोकप्रिय और शानदार क्रिकेटर के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले इमरान खान पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री बन गए हैं.
क्रिकेटर से राजनेता बने तहरीक-ए इंसाफ के चीफ इमरान खान ने आज पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली. आइए जानें इमरान खान के जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें...
इमरान खान का जन्म 5 अक्टूबर, 1952 को लाहौर के एक पश्तून परिवार में हुआ. उनका पूरा नाम इमरान अहमद खान नियाजी है.
इमरान खान के पिता का नाम इकरामुल्लाह खान नियाजी और उनकी मां का नाम शौकत खानम है. इमरान खान की 4 बहनें हैं.
इमरान खान ने अपनी पढ़ाई लाहौर के एचिसन कॉलेज (Aitchison College) से की है. जहां क्रिकेट में उनका प्रदर्शन शानदार रह चुका है.
साल 1975 में लंदन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के केबल कॉलेज (Keble College) से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. यहां से उन्होंने फिलॉसफी, पॉलिटिकल साइंस और इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इमरान खान ने 13 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. इमरान ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए अपना डेब्यू 1971 में बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ किया था. उस वक्त वह 18 साल के थे.
इमरान खान 1982 से 1992 तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की बतौर कैप्टन कमान संभाली.
साल 1992 में ऑस्ट्रेलिया में इमरान खान ने पाकिस्तान को पहला क्रिकेट
वर्ल्ड कप जिताया था. क्रिकेट जगत में ये उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती
है.
इसके बाद क्रिकेट से ब्रेक लेकर इमरान खान ने साल 1994 में अपनी मां की याद में लाहौर में एक कैंसर का हॉस्पिटल बनवाया था. साथ-साथ वे क्रिकेट में कमेंट्री भी करते रहे.
साल 1996 में इमरान खान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी बनाकर राजनीति में कदम रखा.
राजनीति में कदम रखने के शुरुआती समय में उनको हार का समना करना पड़ा था. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. अपने एक इंटव्यू में उन्होंने कहा कि, 'खेल आपको सिखाता है कि जीवन एक सीधी रेखा नहीं है, आप अपनी गलतियों से ही सीखते हैं.'
साल 2002 के नेशनल असेंबली चुनाव में इमरान खान ने अपनी पहली जीत हासिल की थी. इसके बाद वो साल 2007 तक मियांवाली से विपक्षी नेता बनकर रहे.
साल 2013 में इमरान की पार्टी पाकिस्तान की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई.
इस साल 2018 में 25 जुलाई को हुए चुनाव में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने 116 सीटें जीती थीं, लेकिन इमरान समेत कुछ उम्मीदवारों के एक से ज्यादा सीटों पर चुनाव जीतने की वजह से पार्टी को छह सीटें छोड़नी पड़ीं. चुनाव आयोग ने पीटीआई को नौ सीटें अल्पसंख्यक कोटे की और 33 सीटें आरक्षित कोटे की दी थीं.
शुक्रवार को संसद में इमरान खान के पक्ष में 176 मत पड़े, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार शाहबाज शरीफ को सिर्फ 96 वोट मिले थे. प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के बाद इमरान खान ने असेंबली को संबोधित भी किया था.
निजी जीवन- इमरान खान हमेशा ही महिलाओं के बीच काफी लोकप्रिय रहे हैं. कई बड़ी अभिनेत्रियों के साथ अपने अफेयर की खबरों के चलते वह कई बार चर्चा का विषय रह चुके हैं.
इमरान खान ने तीन शादियां की हैं. उनकी पहली शादी साल 1995 में ब्रिटेन की रहने वाली जेमिमा गोल्डस्मिथ से हुई थी. जेमिमा उस समय 21 वर्ष की थीं. लेकिन उनकी शादी ज्यादा समय तक चल नहीं पाई. साल 2004 में दोनों ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला लिया. लेकिन शादी टूटने के बाद भी इमरान और जेमिमा की दोस्ती का रिश्ता बरकरार रहा. बता दें, इमरान और जेमिमा के दो बेटे हैं सुलेमान और कासिम.
( Photo: Reuters )
साल 2015 में एक बार फिर इमरान खान, ब्रिटिश-पाकिस्तानी पत्रकार रेहम खान के साथ शादी की खबरों के चलते सुर्खियों में रहे. इमरान और रेहम खान ने इस्लामाबाद में एक प्राइवेट सेरेमनी कर अपनी शादी की. लेकिन इमरान की दूसरी शादी भी चल नहीं पाई और शादी के 10 महीने बाद ही इमरान और रेहम अलग हो गए. (Photo: Facebook/Official Imran Khan)
इसके बाद इमरान खान ने इस साल मशहूर वट्टू खानदान से ताल्लुक रखने वाली बुशरा से शादी की है. ( Photo: PTI )
बता दें, इमरान के शपथ ग्रहण में देश-विदेश से भी मेहमान पहुंचे. वहीं, इमरान खान की पत्नी बुशरा भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में दिखाई दीं. ( Photo: ANI Twitter )
खाने की बात करें तो इमरान खाने के ज्यादा शौकीन नहीं हैं. उन्हें जो भी मिल जाए वो बस खा लेते हैं. अगर वेज और नॉन-वेज की बात करें तो यकीनन उन्हें नॉन-वेज ज्यादा पसंद आता है. नॉन वेज में रोस्टेड देसी मुर्गा उनकी पहली पसंद होती है.
मीडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में इमरान खान की दूसरी पत्नी रेहम खान ने यह बताया था कि इमरान अपने खान-पान पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं और इस बात पर हामी भरते हुए इमरान ने यह खुद भी कहा था कि वे खान-पान के मामले में वाकई लापरवाह हैं. कभी-कभार तो वे अपने नौकरों के घर से भी खाना मंगवाकर खा लिया करते हैं, तो कई बार तो बिना खाए-पिए ही सो जाते हैं.