कोरोना महामारी के कारण फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाने, घर में ही रहने और अधिक खाने के कारण कई लोगों का पेट बाहर आ गया था. एक महिला का भी अधिक खाने खाने के कारण पेट बाहर निकल गया था और इसी कारण उसका वजन बढ़ रहा है. लेकिन जब उसका वजन अधिक बढ़ गया तो उसने डॉक्टर से संपर्क किया. फिर जब डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड किया तो उसके सामने सच्चाई आई और उसे पता लगा कि उसे कैंसर है. कैंसर का पता लगने के बाद उसकी सर्जरी हुई और अब वह पूरी तरह से ठीक है. इस महिला ने अपनी पूरी जर्नी एक वीडियो के द्वारा शेयर की है.
ये था पूरा मामला
साउथ इंग्लैंड में हर्टफोर्डशायर के हेम्पस्टेड की रहने वाली 32 वर्षीय चैनेल मेसन (Chanelle Mason) को लग रहा था कि उसने लॉकडाउन में काफी अधिक खा लिया है, जिस कारण से उनके पेट पर सूजन आ रही है. फिर जैसे ही उनके पेट का साइज अधिक बढ़ने लगा, तो वे नवंबर में डॉक्टर के पास गईं और डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड किया. जांच से पता लगा कि उसके अंडाशय में 13 इंच (32 सेमी) चौड़ा सिस्ट था, जो फुटबॉल से भी बड़ा और बॉलिंग बॉल से भारी था.
ओवरी में इतने बड़े सिस्ट को देखकर डॉक्टर ने उसकी आगे जांच की जिससे पता चला कि उस महिला को म्यूकिनस ओवेरियन कैंसर था, जो कि दुर्लभ प्रकार का ट्यूमर विकसित करता है. कैंसर से बना यह सिस्ट अधिक नहीं फैला था, इसलिए डॉक्टरों की टीम ने उसे अलग करने का फैसला किया. चैनेल मेसन को डॉक्टरों की टीम ने अलग कर दिया है और अब कैंसर की शिकायत नहीं है.
सितंबर से हुई थी हालत खराब
चैनेल मेसन के मुताबिक, उन्हें सितंबर में महसूस होने लगा था कि उनकी सेहत खराब होती जा रही है. इसके बाद जब चेकअप कराया तो कुछ असमान्यताएं मिलने के कारण टीम ने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी, जिससे ट्यूमर का पता लगा.
उनके पेट से निकले ट्यूमर का वजन 8.2 kg था, जो जुड़वा बच्चे या बॉलिंग बॉल के बराबर था. 18 जनवरी को उसकी सर्जरी हुई, तब तक सिस्ट का साइज 42 सेमी तक बढ़ गया था. ट्यूमर निकालने के बाद उनके पेट पर 10 इंच का निशान रह गया था.
मेसन अब लोगों में इस दुर्लभ कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने का काम कर रही हैं. उन्होंने अपनी जर्नी को टिकटॉक वीडियो में भी शेयर किया है.
हर साल इतनी महिलाओं को होता है ये कैंसर
UK में लगभग 200 और अमेरिका में 600 महिलाओं को हर साल म्यूकिनस ओवेरियन कैंसर की शिकायत होती है. इस कैंसर एक बड़े ट्यूमर का कारण बनता है, जिसके 80 प्रतिशत मामलों में इसे अधिक फैलने से पहले कैंसर का पता लगाया जा सकता है. इसका मतलब यह है कि आमतौर पर कीमोथेरेपी का उपयोग किए बिना सिर्फ सर्जरी से इसका इलाज किया जा सकता है.
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