Omicron वैरिएंट से कैसे बचें डायबिटीज के मरीज? डॉक्टर ने दिया सुझाव

डेल्टा वैरिएंट के समय डायिबटीज और अस्थमा से पीड़ित लोगों में ज्यादा दिक्कत देखने को मिली थीं. एक्सपर्ट की सलाह है कि अगर कोई व्यक्ति इंसुलिन, इनहेलर या किसी भी तरह का इलाज ले रहा है तो उसे ज्यादा सावधान रहना चाहिए.

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Omicron वैरिएंट से कैसे बचें डायबिटीज मरीज? (Photo: Getty Images) Omicron वैरिएंट से कैसे बचें डायबिटीज मरीज? (Photo: Getty Images)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:13 AM IST
  • ओमिक्रॉन वैरिएंट से लोगों के मन में दहशत
  • डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीज रहें सतर्क

कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट ने एक बार फिर लोगों के मन में दहशत पैदा कर दी है. ओमिक्रॉन इंफेक्शन के बढ़ते मामलों के बीच एक्सपर्ट लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन लेने और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर डाइट के जरिए नैचुरल तरीके से इम्यूनिटी बढ़ाने की सलाह दे रहे हैं. वैक्सीन लगवाने से जहां आपको टी-सेल्स इम्यूनिटी मिलेगी, वहीं, पौष्टिक चीजें खाने से नैचुरल इम्यूनिटी बढ़ेगी.

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एक्सपर्ट कहते हैं कि कोरोना के नए वैरिएंट के बीच डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी दिक्कतें झेल रहे लोगों को ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है. इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर एंड स्लीप मेडिसिन विभाग में रेस्पिरेटरी कंसल्टेंट डॉ. विनी कंत्रू ने यूट्यूब पर अपने एक लाइव सेशन में कहा, 'डायबिटीज के मरीजों का इम्यूनिटी लेवल कम होता है. उन्हें अपना ब्लड शुगर कंट्रोल रखना पड़ता है. ऐसे लोगों को डॉक्टर से संपर्क करने, इंसुलिन लेने और वैक्सीनेट होने की जरूरत है.'

कोविड-19 इंफेक्शन के मामले में मोटापा भी गंभीर लक्षणों की वजह बन सकता है. मोटापे और डायबिटीज का कॉम्बिनेशन बहुत ज्यादा घातक है. डॉ. कंत्रू की सलाह है कि डायबिटीज से पीड़ित लोग अपने वजन की रेगुलर जांच करवाते रहें. उन्होंने कहा, 'मोटा होना सेहत के लिए हानिकारक है. कोविड-19 की गंभीर बीमारी में ऐसे लोगों को दिक्कत ज्यादा होती है. अगर आपका वजन ज्यादा है तो आपके कोरोना संक्रमित होने की संभावना भी ज्यादा होगी.'

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वायरस या इंफेक्शन से बचाने में एंटीऑक्सीडेंट युक्त डाइट बहुत कारगर होती है. डॉ. कंत्रू ने कहा, 'हम बादाम, फल या सलाद के जरिए अपनी डाइट में एंटीऑक्सीडेंट्स शामिल कर सकते हैं. एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में डीएनए को होने वाले नुकसान से बचाते हैं.' एक्सपर्ट का कहना है कि रोजाना करीब 30 ग्राम बादाम खाने से बच्चों और वयस्कों में इंफेक्शन और बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है.

डेल्टा वैरिएंट के समय डायिबटीज और अस्थमा से पीड़ित लोगों में ज्यादा दिक्कत देखने को मिली थी. एक्सपर्ट की सलाह है कि अगर कोई व्यक्ति इंसुलिन, इनहेलर या किसी भी तरह का इलाज ले रहा है तो उसे ज्यादा सावधान रहना चाहिए और डॉक्टर की सलाह पर ही काम करना चाहिए.

 

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