केरल में 2000 लोगों पर हेपेटाइटिस A का खतरा, 12 की मौत, अलर्ट पर 4 जिले

केरल में शुरुआती साढ़े 4 महीने में हेपेटाइटिस A के 1,977 मामले दर्ज कर लिए गए हैं. इस बीमारी से 12 लोगों की मौत भी हो गई है. राज्य के कोझिकोड, मलप्पुरम, त्रिशूर और एर्नाकुलम में बिगड़ते हालात को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है.

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Hepetitis A outbreak in kerala Hepetitis A outbreak in kerala

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 मई 2024,
  • अपडेटेड 8:00 PM IST

केरल पिछले कुछ सालों से हेपेटाइटिस A के गंभीर प्रकोप से जूझ रहा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2024 के शुरुआती साढ़े 4 महीने में हेपेटाइटिस A के कुल 1,977 मामले दर्ज कर लिए गए हैं. इस वायरस से 12 लोगों की मौत भी हो गई है. इसके अलावा  5,536 अन्य संदिग्ध मामले सामने आए हैं. बिगड़ती हुई स्थिति को देखते हुए केरल सरकार ने 4 जिलों कोझिकोड, मलप्पुरम, त्रिशूर और एर्नाकुलम में अलर्ट जारी कर दिया है.

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लिवर को प्रभावित करता है हेपेटाइटिस A

कोझिकोड, मलप्पुरम, त्रिशूर और एर्नाकुलम ही वह जिले हैं जहां हेपेटाइटिस A के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. राज्य स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने अधिकारियों को जमीनी स्तर पर इससे जुड़ी योजनाओं को मजबूत करने का निर्देश दिया है. बता दें कि हेपेटाइटिस A  दूषित खाने और पानी से या किसी संक्रामक व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से फैलता है. यह बीमारी सीधे लिवर को प्रभावित करती है. 

पानी का क्लोनीकरण करने का निर्देश

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने सभी क्षेत्रों में पानी का क्लोरीनीकरण करने का आदेश दिया है. रेस्टोरेंट्स को अपने कस्टमर को उबला पानी ही देने को कहा गया है. ये सब चीजें प्रभावी तरीके से लागू हों, इसके लिए अधिकारी इन रेस्टोरेंट्स का निरीक्षण भी करेंगे. साथ ही ये भी देखा जाएगा कि सभी कर्मचारियों के पास हेल्थ कार्ड है कि नहीं.

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पिछले साल से ज्यादा है हेपेटाइटिस A  के मामले

स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट के आंकड़ों के मुताबिक,. इस साल 13 मई तक  हेपेटाइटिस A  के जो आंकड़े दर्ज किए गए हैं, वह साल 2023 से ज्यादा है. वहीं, साल 2022 में 231, 2021 में 114, 2020 में 46 , 2019 में 1,620, 2018 में 1,369, और  2017 में 988 मामले दर्ज किए गए थे.

पानी की गुणवत्ता में आई कमी

पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर डॉ. एनएम अरुण ने कहा है कि पिछले कुछ सालों में राज्य में पानी की गुणवत्ता में भारी कमी दर्ज की गई.  हेपेटाइटिस ए वायरस (HAV) मुख्य रूप से संक्रमित लोगों के मल से फैलता है. ऐसे कई जगहों पर लीकेज के चलते साफ पानी की पाइपलाइनें, यूज हो चुके गंदे पानी की पाइप लाइनों के संपर्क में आ जाती हैं. फिर इन पाइपों के जरिए मिलने वाले पानी का इस्तेमाल करने से हेपेटाइटिस ए होने का खतरा बढ़ जाता है.

इस पंचायत में खराब है स्थिति

केरल में एर्नाकुलम में वेंगूर पंचायत में हेपेटाइटिस ए का कहर सबसे ज्यादा है. यहां 17 अप्रैल से लगभग 200 लोग HAV से संक्रमित हुए हैं.  एक की मौत हो गई है,.अभी  41 लोग अस्पताल में हैं. इनमें 4 की हालत बहुत ही गंभीर है.

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