स्किन कैंसर के बाद ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे कॉमन कैंसर है. फरवरी 2021 में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर ने लंग कैंसर को पीछे छोड़ दिया है और अब यह महिलाओं में होने वाला सबसे क़ॉमन कैंसर बन चुका है.
ब्रेस्ट कैंसर इंडिया के अनुसार, जहां हर 4 मिनट में एक भारतीय महिला को स्तन कैंसर का पता चलता है, वहीं हर 8 मिनट में एक महिला की स्तन कैंसर से मौत हो जाती है. जेनेटिक और फैमिली में ब्रेस्ट कैंसर की हिस्ट्री, उम्र और मोटापे के अलावा भी कई ऐसे कारण हैं जिसकी वजह से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. आपकी लाइफस्टाइल ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाने और रोकने का काम सकती है. हालिया रिसर्च में यह भी सामने आया कि कुछ चीजों का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा लगभग 20 फीसदी तक बढ़ जाता है.
फ्रेंच मेडिकल के मुताबिक, जो महिलाएं प्लांट बेस्ड 'अनहेल्दी' डाइट लेती हैं उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी ज्यादा होता है.
न्यूट्रीशन 2022 लाइव ऑनलाइन में प्रस्तुत इस स्टडी में हेल्दी प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थों में अनाज, फल, सब्जियां, नट और फलियों जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल किया गया है. वहीं, अनहेल्दी प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थों में रिफाइंड अनाज, जैसे व्हाइट राइस, आटा और ब्रेड शामिल हैं.
क्या कहती है स्टडी
इस स्टडी में 65 हजार ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया जिनका मेनोपॉज शुरू हो चुका था. स्टडी के दौरान लगभग 20 सालों तक इन महिलाओं को ट्रैक किया गया. डॉक्टर्स ने पाया कि जिन महिलाओं ने खाने में हेल्दी विकल्पों को शामिल किया उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 14 फीसदी कम था. वहीं, जिन महिलाओं ने इस दौरान अनहेल्दी प्लांट बेस्ट चीजों का विकल्प चुना उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 20 फीसदी ज्यादा पाया गया.
पेरिस साक्ले यूनिवर्सिटी की एक शोधकर्ता ने कहा, इस रिसर्च से यह पता चला है कि अनहेल्दी प्लांट बेस्ड डाइट और मीट के बजाय अगर आप हेल्दी प्लांट बेस्ड चीजों का सेवन करते हैं तो इससे ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है.
शरीर में क्या काम करता है कार्बोहाइड्रेट
इस स्टडी में यह भी सुझाव दिया गया कि अगर आप कुछ कॉमन कार्बोहाइड्रेट्स को अपनी डाइट से बाहर करते हैं तो इससे भी ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क कम हो सकता है. इसमें आलू और कुछ शुगर युक्त पेय पदार्थ और फ्रूट जूस शामिल हैं.
लेकिन अगर न्यूट्रिशन की बात करें तो कार्बोहाइड्रेट एक महत्वपूर्ण रोल निभाता है. कुछ लोगों का मानना है कि थोड़ा बहुत कार्ब्स का सेवन करना आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है. ऐसा उन लोगों का मानना है जो हाई-कार्ब डाइट का विकल्प चुनते हैं. उनका मानना है कि शरीर में कार्ब्स बहुत अहम भूमिका निभाता है. कार्ब्स एनर्जी का प्रमुख सोर्स होता है. यह आपके मसल्स, डाइजेस्टिव हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है. तो फिर कार्बोहाइड्रेट को अनहेल्दी क्यों माना जाता है?
क्या होता है अनहेल्दी और हेल्दी कार्ब्स?
आपको बता दें कि कार्बोहाइड्रेट तीन तरह का होता है. शुगर, स्टार्च और फाइबर.
शुगर को सामान्य कार्बोहाइटड्रेट कहा जाता है जो कि अनहेल्दी फूड्स में काफी आसानी से पाया जाता है. जैसे कैंडी, मिठाई, प्रोसेस्ड फूड, और रेगुलर सोडा.
स्टार्च जटिल कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो बहुत सारी नॉर्मल शुगर से मिलकर बनता है. शुगर को तोड़ने और एनर्जी पैदा करने के लिए हमारे शरीर को स्टार्च की जरूरत होती है.
फाइबर भी एक जटिल कार्बोहाइड्रेट होता है जिसे पचाना काफी मुश्किल होता है. .यही कारण है कि रेशेदार चीजों का सेवन करने के बाद आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है.
ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी डाइट में जटिल कार्बोहाइड्रेट को शामिल करें ना कि सिपंल कार्ब्स को. सिपंल कार्ब्स जो सोडा, कैंडी और डेजर्ट में पाया जाता है इससे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क फेक्टर
WHO के मुताबिक, कुछ चीजों के कारण ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है इसमें शामिल हैं बढ़ती हुई उम्र, मोटापा, शराब का अधिक सेवन करना, ब्रेस्ट कैंसर की फैमिली हिस्ट्री, रेडिएशन, पोस्टमेनोपॉजल सर्जरी और तंबाकू का सेवन.
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के तरीके
इसके अलावा, ग्लोबल हेल्थ एजेंसी के अनुसार, कई ऐसे तरीके हैं जिनकी मदद से आप ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं. ये हैं वो तरीके- ब्रेस्टफीडिंग, रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी, वजन को कंट्रोल करना, शराब का सेवन ना करना, तंबाकू ना पीना, हार्मोन के लंबे समय तक उपयोग से बचाव, ज्यादा रेडिएशन से बचाव.
ब्रेसट कैंसर के लक्षण
ब्रेस्ट में दर्द, ब्रेस्ट की स्किन का लाल हो जाना या रंग में बदलाव
ब्रेस्ट के आसपास के हिस्सों में सूजन
निप्पल डिस्चार्ज
निप्पल से खून निकलना
ब्रेस्ट या निप्पल की त्वचा का छिल जाना
ब्रेस्ट के आकार में अचानक बदलाव
निप्पल के आकार में बदलाव, निप्पल का अंदर की तरफ होना
बांह के नीचे गांठ या सूजन
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