यौन शोषण मामले में फंसे स्वामी चैतन्यानंद 17 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में, धार्मिक कपड़े, दवाइयां और बिना लहसुन-प्याज का खाने की मांग की

दिल्ली पुलिस ने स्वामी चैतन्यानंद की आगे की पुलिस हिरासत नहीं मांगी और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की. कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रखते हुए बाबा को 17 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इस बीच छात्रों से जबरन फोन और सर्टिफिकेट जमा कराने, धमकी देने और यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप सामने आए हैं.

Advertisement
स्वामी चैतन्यानंद.  (Photo: ITG) स्वामी चैतन्यानंद. (Photo: ITG)

अरविंद ओझा / सृष्टि ओझा

  • नई दिल्ली ,
  • 03 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 5:14 PM IST

स्वामी चैतन्यानंद केस में शनिवार को हुई सुनवाई में दिल्ली पुलिस ने उनकी आगे की पुलिस हिरासत की मांग नहीं की. पुलिस ने कोर्ट से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की अर्जी लगाई. कोर्ट ने इस पर आदेश सुरक्षित रखते हुए स्वामी चैतन्यानंद को 17 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

सुनवाई के दौरान बाबा के वकील ने पूछा कि आखिर किन धाराओं के आधार पर न्यायिक हिरासत मांगी जा रही है. इस पर कोर्ट ने जांच अधिकारी से सवाल किया कि क्या धारा 232 जोड़ी गई है क्योंकि यह पहले नहीं लगाई गई थी. जांच अधिकारी ने जवाब दिया कि उसी शिकायतकर्ता की दूसरी शिकायत आने पर यह धारा जोड़ी गई है.

Advertisement

चैतन्यानंद को न्यायिक हिरासत में भेजा गया

बाबा के वकील ने अदालत में कहा कि उन्हें दवाइयों की जरूरत होगी. वह संन्यासी हैं और केवल सात्विक भोजन करते हैं, इसलिए उन्हें बिना लहसुन-प्याज का खाना दिया जाए. साथ ही उन्हें अपने धार्मिक वस्त्र पहनने और आध्यात्मिक वस्त्र रखने की अनुमति मिले. उन्होंने यह भी कहा कि केस डायरी पर हस्ताक्षर कराए जाएं क्योंकि उन्हें साजिश की आशंका है.

कोर्ट ने इस पर कहा कि पुलिस से अलग जवाब की जरूरत नहीं है क्योंकि यह प्रक्रिया का हिस्सा है. इस मामले में कई छात्रों ने आरोप लगाया है कि उनसे जबरन फोन और सर्टिफिकेट लिए गए और डर का माहौल बनाया गया. विरोध करने पर निष्कासन की धमकी दी गई.

पुलिस ने चैतन्यानंद के हिरासत की मांग नहीं की

पुलिस का कहना है कि स्वामी चैतन्यानंद ने पूछताछ में कोई पछतावा नहीं दिखाया और टालमटोल रवैया अपनाया. इसी बीच संस्था की तीन महिला स्टाफ को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन पर छात्रों पर दबाव बनाने में सहयोग का आरोप है.

Advertisement

छात्राओं पर यौन संबंध बनाने के दबाव का आरोप

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि बाबा ने कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि की छात्राओं को नौकरी के झूठे वादों से फंसाया और यौन संबंध बनाने के लिए दबाव डाला. उनके उपकरणों से मिले चैट में अभद्र संदेश और महिलाओं से निजी तस्वीरें मांगने जैसी बातें मिली हैं. एक चैट में तो दुबई के एक शेख के लिए लड़की की व्यवस्था करने तक की चर्चा पाई गई है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement