Viral Jokes: जब शराबी ने ATM निकालने के लिए गार्ड से मांगा पेंचकस, पढ़िए मजेदार चुटकुले

Funny Jokes: जरा सोचिए कि आपकी एक स्माइल फोटो में चार चांद लगा देती है, तो हंसने से आपका जीवन कितना खूबसूरत हो सकता है. हंसी को सबसे बढ़िया दवा माना गया है, फिर भी हम जिंदगी की आपाधापी में हंसना भूल जाते हैं. इसलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार चुटकुले जिन्हें पढ़कर आप खुल कर हंस सकते हैं.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 25 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 4:15 PM IST

Latest Funny Viral Jokes and Chutkule in Hindi: हंसने से आपका जीवन खूबसूरत हो जाता है. खुल कर हंसना एक ऐसी दवा है जो बिल्कुल मुफ्त है और हमारे मन-मस्तिष्क के लिए बहुत फायदेमंद है. तनाव, दर्द और झगड़े आदि को खत्म करने की जो शक्ति हंसी में है वो किसी में नहीं है. आपके दिमाग और शरीर को कंट्रोल करने का जो काम हंसी कर सकती है, वह दुनिया की कोई दवा नहीं कर सकती. इसलिए ख़ुशी हो या बुरा दौर खुल कर हंसिये और हंसाइए और खुल कर हंसने के लिए पढ़िए ये मज़ेदार चुटकुले.

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डॉक्टर - तुमने आने में देर कर दी।
पप्पू - क्या हुआ डॉक्टर साहब, कितना वक्त बचा है मेरे पास?
डॉक्टर - मर नहीं रहे हो, 6 बजे का अपॉइंटमेंट था 7 बजे आए हो.

> मंटू - कल मैंने रॉकेट छोड़ा
तो सीधे सूरज से जा टकराया.
घंटू - क्या बात कर रहा है?
फिर क्या हुआ?
मंटू - फिर क्या?
मेरी पिटाई हुई.
घंटू - किसने मारा?
मंटू - सूरज की मम्मी ने...

एक लड़का भागते हुए लड़की के पास आया और बोला- मैं तुमसे दोस्ती करना चाहता हूं... 
लड़की- तो हमारी दुश्मनी कब थी भैया?
लड़का बेहोश

> शराबी- एटीएम में पैसे हैं क्या?
गार्ड- हां हैं.
शराबी- निकाल लूं?
गार्ड- हां, निकाल लो
शराबी- लाओ, पेंचकस है क्या, आज सारा कैश निकाल लूंगा।
गार्ड बेहोश...

मंटू डॉक्टर के पास मेडिकल चेकअप करवाने गया.
डॉक्टर ने मंटू का पूरा चेकअप किया फिर बोला-बहुत दुःख भरी खबर है
आपकी एक किडनी फ़ैल हो गई है !
यह सुनकर मंटू रोने लगा बहुत ही रोया
डॉक्टर ने काफी देर ढाढस बंधाया, तब जाकर कहीं शांत हुआ.
फिर बोला- ये तो बता दीजिये डॉक्टर साहब कि मेरी किडनी आखिर कितने नंबर फेल से हुई ??
(डॉक्टर बेहोश)

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(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा... गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्‍कुल भी नहीं है)

 

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