> कर्मचारी (अपने बॉस से) - सर, मैं नाइट शिफ्ट नहीं कर पाऊंगा.
बॉस- क्यों?
कर्मचारी- आपकी नौकरी से घर का गुजर नहीं चलता, रात को रिक्शा भी चलाता हूं.
बॉस (भावुक होकर) - कभी भूख लगे तो मेरे पास आ जाना, मैं भी रात को पावभाजी का ठेला लगाता हूं.
टीचर ने पूछा- गंगा कहां से निकलती है और कहां मिलती है? जवाब देते ही टीटू को पड़ा थप्पड़!
> टीचर- इतने दिन कहां थे, स्कूल क्यों नहीं आए?
गोलू- बर्ड फ्लू हो गया था मैम.
टीचर- पर ये तो पक्षियों को होता है इंसानों को नहीं.
गोलू- इंसान समझा ही कहां आपने...रोज तो मुर्गा बना देती हो.
> चिंटू अपने पड़ोसी दोस्त मिंटू से बोला, आज सुबह तुम्हारे कुत्ते ने मेरी किताब फाड़ दी
मिंटू- मैं उसे अभी सजा देता हूं
चिंटू- रहने दे भाई, मैंने सजा दे दी है
मिंटू- चौंकते हुए, कैसे?
चिंटू : मैंने उसके कटोरे का दूध पी लिया!
Jokes: पापा का सिर ऊंचा करने के लिए बेटे ने किया ऐसा काम, जानकर लगाएंगे ठहाके
> पापा- तेरा रिजल्ट आ गया, पास हुआ या फेल?
चिंटू- प्रिंसिपल का बेटा फेल हो गया
पापा- तुम?
चिंटू- मेजर साहब का बेटा भी फेल हो गया
पापा- और तुम?
चिंटू- डॉक्टर साहब का बेटा भी फेल हो गया
पापा गुस्से से- बेवकूफ, मैं तुमसे पूछ रहा हूं तुम्हारे रिजल्ट का क्या हुआ?
चिंटू -तो आप कौन से प्रधानमंत्री हो जो आपका बेटा पास हो जाएगा
दे चप्पल, दे चप्पल, दे चप्पल!
> सोनू - मां ये लड़कियां इतने व्रत क्यों रखती हैं?
मां - बेटा इतनी आसानी से थोड़ी मिल जाएगा किसी को तू
सोनू (मन ही मन सोचता हुआ) बोला- कसम से आज पहली बार देवता वाली फीलिंग आ रही है.
Jokes: छात्र ने दी पढ़ाई न करने की ये मजेदार वजह, सुनकर टीचर के उड़े होश
> मिंकू- तुम खाली पेट होने पर कितने केले खा सकते हो?
चिंकू (कुछ पल सोचकर कहा)- मैं 6 केले खा सकता हूं.
मिंकू ने हंसते हुए जवाब दिया- गलत जवाब दोस्त,
पहला केला खा लेने के बाद तुम्हारा पेट खाली कहां रहेगा?
इसलिए खाली पेट होने पर तुम केवल एक ही केला खा सकते हो.
चिंकू घर पहुंचा और जाते ही बीवी से सवाल किया
तुम खाली पेट होने पर कितने केले खा सकती हो?
बीवी- मैं 4 केले खा सकती हूं.
चिंकू (निराश स्वर में बोला)- अगर 6 कहती तो एक मस्त सा Joke सुनाता
ऐसे ही जोक्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)
aajtak.in