मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसे के बाद सबसे बड़ी चुनौती लोगों को बचाने की थी. क्योंकि ट्रेन के परखच्चे उड़ चुके थे और यात्री जहां-तहां फंसे हुए थे. जो सामने दिख रहे थे उन्हें तो अस्पताल पहुंचा दिया गया लेकिन जो मलबे में दबे थे उनकी तलाश लगातार होती रही. रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा.