साल 2016 में भारतीय संसद का शीतकालीन सत्र नोटबंदी की भेंट चढ़ गया. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस सत्र के दौरान एक्टिव मोड में नजर आए. उन्होंने नोटबंदी से जूझ रहे लोगों से मिलकर उनका दर्द जाना. सरोजनी नगर से दादरी तक राहुल की ये मेहनत क्या कांग्रेस के किसी काम आ पाएगी. दरअसल कांग्रेस को जरूरत है अपने कार्यकर्ताओं में जान फूंकने की. इतनी बड़ी पार्टी को राहुल के कंधों पर डाले रखने के सही नतीजे सामने आने मुश्किल हैं.