उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को बादल फटने की भयावह घटना के बाद भारी तबाही मच गई. गंगोत्री मार्ग पर स्थित धराली गांव में अचानक आई बाढ़ ने कई घरों, होटल और होमस्टे को अपनी चपेट में ले लिया. जिला प्रशासन के मुताबिक अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं.
उत्तरकाशी के एसडीएम देवानंद ने जानकारी देते हुए बताया कि धराली में ये घटना घटी है. जिलाधिकारी और एसपी समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. हर्षिल आर्मी भी रेसक्यू में जुटी है. इस कस्बे में मौजूद होटल और रेस्टोरेंट प्रभावित हुए हैं. अभी जब तक रेस्क्यू चल रहा है, घायल और मृतकों की पुष्टि नहीं की जा सकती है. कम से कम 12 लोग मिसिंग मानकर चल रहे हैं.
उन्होंने बताया कि आजकल पहाड़ों में भारी बारिश हो रही है. बादल फटने की घटना अचानक हुई है तो लोगों को इस बारे में आभास नहीं रहा. हालांकि इस समय लोग कम यात्री आ रहे हैं. यहां लोकल और बागों में काम करने वाले मजदूर ही ज्यादा प्रभावित हुए हैं. अभी मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. कस्बे के लोगों को सुरक्षित निकालने का काम किया जा रहा है. सुरक्षित स्थानों पर लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है.
जिलाधिकारी ने दी घटना की डिटेल्स
वहीं उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि धराली में खीर गाढ़ नदी के जलग्रहण क्षेत्र में बादल फटने से अचानक जलस्तर बढ़ गया, जिससे धराली मार्केट और आसपास की बस्तियां बुरी तरह प्रभावित हुईं. उन्होंने कहा कि स्थिति गंभीर है. अब तक चार शव बरामद किए गए हैं और दर्जनों लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है.
डीएम ने बताया कि स्थानीय इंटरनेट और संचार सेवाएं बाधित हैं, जिससे सटीक जानकारी एकत्र करने में कठिनाई हो रही है. हर्षिल से सेना की टुकड़ी, भटवाड़ी से एसडीआरएफ, पुलिस और PWD, तथा एनडीआरएफ की तीन टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं. प्रशासन ने कहा है कि एयरलिफ्ट के लिए शास्त्रधार हवाई पट्टी पर दो और एनडीआरएफ टीमें तैयार रखी गई हैं.
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया, “धराली क्षेत्र में खीर गाढ़ (गधेरा) बहती है, और वहीं क्लाउडबर्स्ट की वजह से अचानक भारी मात्रा में पानी एक साथ नीचे आया. वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह ऊपर के हिस्से से बहुत तेजी से पानी बहता हुआ आया, जिससे गेस्ट हाउस, छोटे होटल और रेस्टोरेंट इसकी चपेट में आ गए."
अधिकारी ने बताया कि जैसे ही हमें सूचना मिली, हमने हर्षिल से सेना की टीम को तत्काल मौके पर भेजने का निर्णय लिया और मैंने स्वयं उन्हें अनुरोध कर रवाना किया. हालांकि क्षेत्र में नेटवर्क और कनेक्टिविटी की स्थिति बेहद कमजोर है, जिससे जानकारी जुटाने में कुछ कठिनाई हो रही है. इसके अतिरिक्त काफी संपत्ति का भी नुकसान हुआ है, जिसकी विस्तृत जानकारी मौके पर जाकर ही मिल पाएगी. हमारी प्राथमिकता लापता लोगों को तलाशना और घायलों को शीघ्र चिकित्सीय सहायता पहुंचाना है. प्रशासन सतर्क है और प्रभावित परिवारों की हरसंभव मदद की जा रही है.
धराली पहुंची ITBP की टीम
आईटीबीपी (इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस) ने जानकारी दी कि उनकी 16 सदस्यीय टीम धराली पहुंच चुकी है, जिसमें एक गैज़ेटेड ऑफिसर, दो सबऑर्डिनेट ऑफिसर और 13 अन्य जवान शामिल हैं. एक और टीम भेजी जा रही है ताकि राहत कार्य को और गति मिल सके.
गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री धामी से की बात
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे को लेकर गहरा शोक जताया है और कहा कि वे स्वयं वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा, “मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि सभी सुरक्षित रहें. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमें पूरी मुस्तैदी से राहत कार्यों में लगी हैं.”
गृह मंत्री अमित शाह ने भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात कर स्थिति का जायज़ा लिया और केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिया.
स्थानिय लोगों में भय
धराली और आस-पास के गांवों में भय और अफरा-तफरी का माहौल है. वायरल हो रहे वीडियो में कीचड़ से भरी तेज धाराएं गांव की ओर बहती दिख रही हैं, जिसमें लोग चिल्ला रहे हैं और अपनों की सलामती के लिए चीखते दिखाई दे रहे हैं. एक वीडियो में एक व्यक्ति की आवाज़ सुनाई देती है, “सब कुछ खत्म हो गया.”
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