रुड़की के झबरेड़ा क्षेत्र में बिजली कटौती को लेकर सियासी और प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है. झबरेड़ा से कांग्रेस विधायक वीरेंद्र जाति ने बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ अनोखा और सख्त कदम उठाते हुए उनके सरकारी आवासों की बिजली आपूर्ति कटवा दी. विधायक की इस कार्रवाई से न सिर्फ बिजली विभाग में हड़कंप मच गया, बल्कि यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया है.
जानकारी के मुताबिक, करीब 15 दिन पहले विधायक वीरेंद्र जाति ने बिजली विभाग के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता अमित कुमार से मुलाकात की थी और देहात क्षेत्र में हो रही अघोषित बिजली कटौती पर नाराजगी जताई थी. विधायक ने अधिकारियों से कहा था कि सुबह और शाम के समय बार-बार बिजली काटे जाने से दिनचर्या प्रभावित हो रही है. किसान, दुकानदार, छात्र और घरेलू उपभोक्ता सभी इस समस्या से परेशान हैं और जरूरी काम नहीं कर पा रहे हैं.
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विधायक वीरेंद्र जाति ने उस समय चेतावनी दी थी कि यदि एक सप्ताह के भीतर बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो वह स्वयं बिजली विभाग के अधिकारियों के सरकारी आवासों की बिजली कटवाएंगे. इसके बाद अधीक्षण अभियंता अमित कुमार का तबादला हो गया, लेकिन विधायक का कहना है कि हालात में कोई खास सुधार नहीं हुआ और बिजली कटौती का सिलसिला जारी रहा.
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आज सुबह विधायक वीरेंद्र जाति अपने समर्थकों के साथ अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता और अन्य बिजली विभाग के अधिकारियों के सरकारी आवासों पर पहुंचे. वहां उन्होंने अधिकारियों के घरों की बिजली आपूर्ति कटवा दी. इस दौरान मौके पर कई लोग भी मौजूद रहे.
विधायक ने इस कदम को जनता के हित में उठाया गया फैसला बताया. उन्होंने कहा कि जब आम जनता घंटों बिजली कटौती झेल रही है, तब अधिकारी आराम से बिजली का उपयोग कर रहे हैं. अगर वही परेशानी अधिकारी भी झेलेंगे, तो शायद व्यवस्था में सुधार आएगा. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जनता के हक की बिजली किसी की मर्जी से नहीं चलेगी और अघोषित कटौती किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस पूरे मामले पर बिजली विभाग के अधिकारियों की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन अंदरखाने में इस कार्रवाई को लेकर विभाग में बेचैनी साफ देखी जा रही है.
चांदनी क़ुरैशी