पूरे देश में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन का पहला चरण शुरू हो गया है. वहीं कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे दौर में उत्तर प्रदेश में 65 फीसदी लोगों को ही टीका लग पाया है. जानकारी के मुताबिक दूसरे दौर में टीकाकरण के लिए 1,55,270 स्वास्थ्य कर्मियों का रजिस्ट्रेशन हुआ था. लेकिन देर रात तक महज 1,01,006 लोगों का ही टीकाकरण हो पाया है.
बलरामपुर जिले में सबसे अधिक 98 फीसदी टीकाकरण हुआ है, जबकि सिद्धार्थनगर 96 फीसदी टीकाकरण के साथ दूसरे स्थान पर रहा. वहीं इटावा में सबसे कम टीकाकरण हुआ है. यहां पर मात्र 39 फीसदी टीकाकरण हुआ है.
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में शुक्रवार को हुए कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के दौरान एक लाख से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाए गए. स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में 1,537 सत्रों में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया.
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में 99,094 स्वास्थ्य कर्मियों को 'कोविशील्ड' टीके लगाए गए, जबकि आगरा, अंबेडकर नगर, बदायूं, लखनऊ, फिरोजाबाद, बहराइच और झांसी में कुल 1,592 स्वास्थ्य कर्मियों को 'कोवैक्सीन' टीके की खुराक दी गई.
प्रवक्ता ने बताया कि कुछ स्वास्थ्य कर्मियों ने टीका लगने के बाद मामूली दर्द और चक्कर की शिकायत की लेकिन किसी भी जगह पर कोई विशेष प्रतिकूल प्रभाव की शिकायत सामने नहीं आई. टीका लगवाने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मी सुरक्षित और स्वस्थ हैं.
उन्होंने बताया कि प्रतापगढ़, सिद्धार्थ नगर, श्रावस्ती और बलरामपुर में टीकाकरण का प्रतिशत लगभग 95 रहा, जबकि इटावा, शाहजहांपुर, चंदौली, फिरोजाबाद, रामपुर, अमरोहा, बांदा और गौतम बुद्ध नगर में टीकाकरण का प्रतिशत 50 से कम रहा.
प्रवक्ता ने बताया कि टीकाकरण के अगले सत्र आगामी 28 जनवरी को राज्य के सभी जिलों में आयोजित किए जाएंगे. जिन लोगों को आज टीका लगाया गया है उन्हें दूसरी खुराक 19 फरवरी को दी जाएगी.
कुमार अभिषेक