उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नोएडा में होम बायर्स के साथ मैराथन मीटिंग की. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि होम बायर्स के हितों के साथ खिलवाड़ की कतई इजाजत नहीं दी जाएगी. होम बायर्स का हित सर्वोपरि है. उन्होंने होम बायर्स को आश्वस्त किया कि हम इस समस्या का हल हरहाल में निकालेंगे. योगी आदित्यनाथ की होम बायर्स के साथ बैठक में सूबे के सभी आला अधिकारी भी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात करने वाले होम बायर्स में सबसे ज्यादा आम्रपाली, जेपी और सुपरटेक जैसे ग्रुप से पीड़ित लोग थे. सीएम ने सभी पीड़ित होम बायर्स की बातों को बेहद गंभीरता के साथ सुना. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘हम हर बिल्डर का ऑडिट करा रहे हैं. यह प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है. हमारी सहानुभूति हर घर खरीददार के साथ है.’
एक सवाल के जवाब में योगी ने कहा कि अगर होम बायर्स के प्रति हमारी सहानुभूति नहीं होती, तो न हम कमेटी का गठन नहीं करते और न ही भारत सरकार से बातचीत करते. सीएम योगी ने यह भी कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी इंतजार करना चाहिए. देश की शीर्ष अदालत के निर्देशों का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है.
उन्होंने कहा, ‘साल 2017 से पहले अथॉरिटी बनने तक ग्रेटर नोएडा में होम बायर्स को 25 हजार फ्लैट मिले थे, लेकिन 2017 के बाद अब तक 52 हजार से अधिक फ्लैट होम बायर्स को मिल चुके हैं. इस मामले में सरकार किसी भी स्तर पर कार्रवाई करने के लिए तैयार है.’
उन्होंने कहा, ‘दो साल के अंदर हम इस समस्या का समाधान निकाल लेंगे. हम चाहते हैं कि जिनको पजेशन मिला है, उनकी प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री भी हो.’ आपको बता दें कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के विकास कार्यों की समीक्षा करने के लिए यहां आए थे.
सीएम योगी के कार्यक्रम के दौरान शाहबेरी के बायर्स का हंगामा भी देखने को मिला. ये होम बायर्स शाहबेरी में अवैध निर्माण ढहाने के आदेश का विरोध कर रहे थे और मामले को लेकर सीएम योगी से मिलना चाहते थे. दरअसल, कुछ दिन पहले जिलाधिकारी ने शाहबेरी में अवैध निर्माण को ढहाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को खत लिखा था.
कुमार अभिषेक