10 महीने बाद आजम खान की पत्नी रिहा, अखिलेश बोले- ये इंसाफ में एतबार करनेवालों की जीत

27 फरवरी से सीतापुर जिला जेल में बंद सपा नेता आजम खां की पत्नी तंजीन फातिमा सोमवार शाम जेल से रिहा हो गईं. तंजीन पर वर्तमान सरकार के कार्यकाल में कुल 34 मुकदमे कायम हुए थे.

Advertisement
सपा नेता आजम खां की पत्नी तंजीन फातिमा (File Photo) सपा नेता आजम खां की पत्नी तंजीन फातिमा (File Photo)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 10:28 AM IST
  • सोमवार शाम जेल से रिहा हुईं तंजीन फातिमा
  • तंजीन फातिमा के खिलाफ दर्ज किए गए थे 34 FIR

27 फरवरी से सीतापुर जिला जेल में बंद सपा नेता आजम खां की पत्नी तंजीन फातिमा सोमवार शाम जेल से रिहा हो गईं. तंजीन पर वर्तमान सरकार के कार्यकाल में कुल 34 मुकदमे कायम हुए थे. मालूम हो कि आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम भी उनके साथ जेल में बंद थे. आजम व अब्दुल्ला को कुछ मुकदमों में अभी जमानत नहीं मिल पाई है.

Advertisement

मालूम हो कि शिक्षिका के रूप अपनी सेवाएं देने के बाद राजनीति में आईं. तंजीन फातिमा, रामपुर सदर सीट से विधायक हैं. भाजपा के सत्ता में आने के बाद पूरे आजम परिवार पर मुकदमों की झड़ी लग गई. अकेले तंजीन फातिमा पर 34 मुकदमे दर्ज किए गए, जिनमें जमानत पाने में तंजीम को लगभग 10 महीने लग गए.

जेल से छूटने पर मीडिया से मुखातिब होते हुए तंजीन फातिमा ने सरकार पर बदले की कार्यवाही का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जेल के अंदर मुझे कोई सुविधा नहीं मिली और ना ही रिहाई के समय आजम खान से मेरी कोई मुलाकात हुई. 10 महीने बाद मुझे कैद से रिहाई मिली है. न्यायपालिका ने मेरे साथ इंसाफ किया है और आजम साहब को भी इंसाफ मिलेगा.

रिहाई के बाद तंजीन फातिमा का दर्द छलका और उन्होंने कहा कि मैंने 60 साल तक राजकीय सेवा की. मैं पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में लेक्चरर रही. 60 साल तक खुद अधिकारियों ने मेरी सत्य निष्ठा को प्रमाणित किया है. क्या 60 साल के रिटायरमेंट के बाद कोई बुढ़ापे में क्रिमिनल बन सकता है?

Advertisement

देखें- आजतक LIVE TV

वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि रामपुर के सांसद आजम खान की पत्नी तंजीन फ़ातिमा जी की ज़मानत ने साबित कर दिया है कि नफ़रत की सियासत करनेवाले आख़िर में सच के आगे हारते हैं. बीजेपी झूठ के जिस रास्ते पर चल रही है वो अन्याय की ओर जाता है और पतन की ओर ले जाता है. ये इंसाफ़ में एतबार करनेवालों की जीत है.
 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement