जौनपुर में कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल के अपहरण व धमकी देने के मामले में पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह को हाई कोर्ट से राहत नहीं मिली है. गुरुवार को जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने धनंजय सिंह के खिलाफ मुकदमों की सत्यता की जानकारी मांगी है. ये जानकारी राज्य सरकार के अधिवक्ता को देनी है. इस मामले में कोर्ट अगली सुनवाई 15 जुलाई को करेगा.
जौनपुर संसदीय सीट से सांसद रहे धनंजय सिंह ने कहा है कि उनके खिलाफ 38 आपराधिक केस दर्ज हैं, जिसमें से 24 केस में वो बरी हो चुके हैं. एक केस में डिस्चार्ज और 4 में फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है, जबकि तीन केस वापस ले लिए गए हैं. फिलहाल में 5 आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं.
यूपी: पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर केस करने वाले ने बदला बयान, कहा- न चले मुकदमा
बता दें कि अभिनव सिंघल जिस कंपनी में बतौर प्रोजेक्ट मैनेजर कार्यरत हैं, उस कंपनी के पास जौनपुर जिले में 300 करोड़ की लागत से सीवर लाइन बिछाने का टेंडर है. उन्होंने धनंजय सिंह के खिलाफ ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी. अपनी शिकायत में उन्होंने धनंजय सिंह पर रंगदारी मांगने, अपहरण और हत्या की धमकी देने का आरोप लगाया था.
2007 में जदयू के टिकट पर विधायक चुने गए थे
27 साल की उम्र में साल 2002 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा पहुंच सबको चौंका देने वाले धनंजय सिंह 2007 में जदयू के टिकट पर विधायक चुने गए थे. वे बाद में बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए थे. बसपा के टिकट पर 2009 का लोकसभा चुनाव लड़ा और धनंजय ने जीत दर्ज कर संसद में जौनपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.
aajtak.in