उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में 15 अप्रैल को पंचायत चुनाव है. सपा महासचिव व सासंद आजम खान का यह मजबूत गढ़ माना जाता है, लेकिन फिलहाल वो जेल में बंद हैं. ऐसे में आजम खान की अनुपस्थिति में हो रहे पंचायत चुनाव में कई दिग्गज नेताओं ने खुद के साथ-साथ अपने परिवार को भी चुनावी मैदान में उतार रखा है. पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अब्दुल सलाम के परिवार से आधा दर्जन सदस्य चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं तो निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह भी पीछे नहीं हैं. वो खुद के साथ-साथ पत्नी और बेटे को भी चुनाव लड़ा रहे हैं. ऐसे में देखना है कि इस बार रामपुर की सियासत पर किसका कब्जा होता है.
रामपुर जिले में भी पहले चरण में पंचायत चुनाव होने हैं. इस बार पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य के 34 पदों पर चुनाव होने हैं, ग्राम प्रधान के जिले में 680 पद हैं, जबकि ग्राम पंचायत सदस्य के 8504 पद हैं और क्षेत्र पंचायत सदस्य के भी 859 पद पर 15 अप्रैल को वोटिंग होनी है.
रामपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट इस बार अनारक्षित है. यही वजह है कि कई दिग्गज नेताओं ने खुद चुनाव लड़ने के साथ-साथ अपने परिवार के सदस्यों को भी मैदान में उतर रखा है. इसके अलावा कुछ सीटों पर वे अपने रिश्तेदारों को भी चुनाव लड़ा रहे हैं ताकि रामपुर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने का सपना सकार हो सके.
सलाम परिवार से आधा दर्जन प्रत्याशी
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अब्दुल सलाम खुद चुनाव लड़ने साथ अपनी पत्नी और अपनी दोनों बेटियों चुनाव लड़ा रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने अपने दो सालों को भी चुनावी मैदान में उतारा है. हाफिज अब्दुल सलाम खुद रामपुर जिले के वार्ड 16 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे हैं, तो उनकी पत्नी व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जाहिदा सलाम वार्ड 11 चुनावी मैदान में उतरी हैं. इतना ही नहीं अब्दुल सलाम की बड़ी बेटी डॉ. अरीबा सलाम को वार्ड 14 और छोटी बेटी अमीरा सलाम वार्ड दो से चुनाव लड़ रही हैं. उन्होंने अपने साले जाकिर हुसैन को भी वार्ड तीन से चुनाव लड़ा रहे हैं.
चंद्रपाल परिवार क्या अपना दबदबा कायम रख पाएगा?
रामपुर से निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह भी एक बार फिर से जिले के प्रथम नागरिक बनने का सपना लेकर चुनावी मैदान में उतरे हैं. चंद्रपाल खुद वार्ड नंबर 26 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे हैं, तो उनकी पत्नी पूर्व जिला पंचायत सदस्य नीरज सिंह वार्ड 25 से चुनावी किस्मत आजमा रही हैं. इतना ही नहीं चंद्रपाल के बेटे कुमार सिद्धार्थ वार्ड 24 से चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा वो अपने कई समर्थकों को भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा रहे हैं.
बीजेपी की नजर भी रामपुर पर है
वहीं, रामपुर जिले में बीजेपी अपने सियासी वर्चस्व को कायम रखने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटी है. पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ख्यालीराम लोधी खुद तो वार्ड 12 से बीजेपी के समर्थन से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उनके कई समर्थक अलग-अलग वार्डों से चुनावी मैदान में हैं. ऐसे में रामपुर जिले में इस बार पंचायत चुनाव में किसका सियासी वर्चस्व कायम होगा यह देखने वाली बात होगी.
कुबूल अहमद / आमिर खान